September 23, 2024

राहत : शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी दर घटकर 7.2 फीसदी रह गई

0

नई दिल्ली
शहरी क्षेत्रों में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए बेरोजगारी दर, या श्रम बल के बीच बेरोजगार व्यक्तियों का प्रतिशत अक्टूबर-दिसंबर 2022 के दौरान एक साल पहले इसी अवधि में 8.7 प्रतिशत से घटकर 7.2 प्रतिशत हो गया था। आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) के तिमाही आंकड़ों के अनुसार, जुलाई-सितंबर तिमाही में बेरोजगारी दर 7.2 प्रतिशत के समान स्तर पर थी।

इसी तरह, वर्ष 2021-22 के दौरान सामान्य स्थिति में ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के लिए बेरोजगारी दर पिछले वर्ष 2020-21 के दौरान 4.2 प्रतिशत की तुलना में 4.1 प्रतिशत थी। अधिक लगातार समय अंतराल पर श्रम बल डेटा की उपलब्धता के महत्व को ध्यान में रखते हुए, राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (एनएसएसओ) ने अप्रैल 2017 में आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) लॉन्च किया। पीएलएफएस का उद्देश्य केवल वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्ल्यूएस) में शहरी क्षेत्रों के लिए तीन महीने के कम समय अंतराल में प्रमुख रोजगार और बेरोजगारी संकेतकों (श्रमिक जनसंख्या अनुपात, श्रम बल भागीदारी दर, बेरोजगारी दर) का अनुमान लगाना है। यह सालाना ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में सामान्य स्थिति और सीडब्ल्यूएस दोनों में रोजगार और बेरोजगारी संकेतकों का भी अनुमान लगाता है।

आंकड़ों के मुताबिक, 2022 की अक्तूबर-दिसंबर तिमाही में शहरी क्षेत्रों में पुरुषों (15 साल और उससे अधिक उम्र) की बेरोजगारी दर एक साल पहले की समान तिमाही के 8.3 फीसदी से घटकर 6.5 फीसदी रह गई। वहीं, इसी उम्र की शहरी महिलाओं की बेरोजगारी दर 10.5 फीसदी से घटकर 9.6 फीसदी पर आ गई।

श्रम बल में भागीदारी बढ़कर 48.2 फीसदी
एनएसएसओ के मुताबिक, 15 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए शहरी क्षेत्रों में श्रम बल की भागीदारी दर 2022 की अक्तूबर-दिसंबर तिमाही में बढ़कर 48.2 फीसदी पहुंच गई। 2021 की समान अवधि में यह भागीदारी 47.3 फीसदी रही थी। जुलाई-सितंबर, 2022 में यह 47.9 फीसदी और अप्रैल-जून, 2022 में 47.5 फीसदी रही थी।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *