सेमीफाइनल में साउथ अफ्रीका से मिली हार के बाद इंग्लैंड की स्टार ऑलराउंडर ने लिया बड़ा फैसला
नई दिल्ली
विमेंस टी20 वर्ल्ड कप 2023 के दूसरे सेमीफाइनल में साउथ अफ्रीका के हाथों मिली करीबी हार के बाद इंग्लैंड की स्टार ऑलराउंडर कैथरीन साइवर-ब्रंट ने वर्ल्ड कप से संन्यास लेने का फैसला किया है। साउथ अफ्रीका ने 6 रनों से इंग्लिंश टीम को रौंदकर अपने क्रिकेट के इतिहास में पहली बार वर्ल्ड कप फाइनल में प्रवेश किया। इस हार के साथ इंग्लैंड का दूसरा टी20 खिताब जीतने का सपना भी चकनाचूर हो गया। ब्रंट ने वर्ल्ड कप से अपनी रिटायरमेंट का ऐलान शनिवार 25 फरवरी को किया। बता दें, कैथरीन साइवर-ब्रंट ने 18 साल पहले साउथ अफ्रीका में ही अपना पहला आईसीसी टूर्नामेंट खेला था। 30 साल की सिल्वर-ब्रंट का कहना है कि वह पिछले दो साल से रोजाना रिटायरमेंट के बारे में सोच रही है, मगर सबसे पहले उन्होंने आईसीसी टूर्नामेंट से रिटायर होने का फैसला लिया।
आईसीसी के अनुसार सिल्वर-ब्रंट ने कहा 'मैं दो साल से रोजाना रिटायरमेंट के बारे में सोच रही हूं। यह हर दौरे के बाद होता था, मैं सवाल करती थी कि मैं क्या कर रही हूं। लेकिन जैसे-जैसे यह करीब आ रहा है, मैंने इसके बारे में थोड़ा और गंभीरता से सोचा है और जब आप ट्रेनिंग कर रहे होते हैं तो यह आपके दिमाग में रेंगता है, मुख्य रूप से अन्य लोगों द्वारा आप पर डाले जाने वाले दबाव के कारण। मीडिया आप पर नजर रखना पसंद करता है। क्या आप अंत के करीब हैं? क्या आपका शरीर फिट है? आपको वे सभी टिप्पणियां मिलती हैं और फिर आप सोचने लगते हैं, 'ओह, क्या मैं स्लो हो रही हूँ? क्या मुझे रुकना चाहिए? क्या मैं खुद को शर्मिंदा कर रही हूं?'
उन्होंने आगे कहा 'मैंने हमेशा कहा है कि मैं शीर्ष पर रिटायर होना चाहूंगी, मुझे अभी भी पहले 11 खिलाड़ियों में चुना जाता है, मैं पहले के मुकाबले अभी भी कम नहीं हूं। पिछले 6 महीनों में मैंने ये महसूस किया है। यह निश्चित रूप से आखिरी विश्व कप है और इस बिंदु से परे, मैं इसके काफी करीब हूं, सभी एक ही लाइन पर हैं, इसलिए यह लंबा नहीं होगा।'
सिल्वर ब्रंट के हालिया विमेंस टी20 वर्ल्ड कप के प्रदर्शन की बात करें तो, वह अभी तक इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली बल्लेबाज रही है। ब्रंट के बल्ले से पिछले 5 मुकाबलों में 72 की लाजवाब औसत से 216 रन निकले हैं। भारत के खिलाफ ग्रुप स्टेज मुकाबले में भी उन्होंने इंग्लैंड की जीत में अहम भूमिका निभाई थी।