देहरादून में राप्तीगंगा का इंजन पटरी से उतरा, यूपी-बिहार की ट्रेनें हुईं प्रभावित; रेल यात्री हुए परेशान
देहरादून
देहरादून रेलवे स्टेशन पर शंटिंग के दौरान गोरखपुर जाने वाली राप्तीगंगा एक्सप्रेस का इलेक्ट्रिक इंजन पटरी से उतर गया। इससे यूपी, बिहार समेत अन्य राज्यों से देहरादून से जाने और आने वाली ट्रेनों के पहिए थम गए। शताब्दी एक्सप्रेस एक घंटे दो मिनट देरी से रवाना हुई। आने वाली ट्रेनों को रास्ते में रोका गया। देर रात तक ट्रेनों का संचालन प्रभावित रहा। जिस कारण रेल यात्रियों को भारी परेशानियां झेलनी पड़ीं। गोरखपुर जाने वाली राप्तीगंगा एक्सप्रेस देहरादून से शाम पांच बजकर 35 मिनट पर चलती है। शनिवार शाम करीब चार बजे यार्ड पर शंटिंग के दौरान ट्रेन का इलेक्ट्रिक इंजन डिरेल होकर खम्बे से जा टकराया।
जिससे दून से जाने और यहां जाने वाली ट्रेनों का संचालन थम गया। देहरादून से दिल्ली जाने वाली शताब्दी एक्सप्रेस करीब एक घंटे देर से आठ बजकर 12 मिनट पर रवाना हुई। यह ट्रेनें दूसरी लाइन से जाती है। अमृतसर जाने वाली लाहौरी और दिल्ली जाने वाली मसूरी एक्सप्रेस भी देरी से रवाना हुईं। ट्रेनों के प्रभावित होने से रेल यात्रियों को भारी परेशानियां झेलनी पड़ीं। वहीं, देहरादून आने वाली उज्जैनी, इंदौरी, जन शताब्दी एक्सप्रेस और सहारनपुर पैसेंजर ट्रेन को कुछ देर के लिए रास्ते रोका गया। इस हादसे के बाद रेल अधिकारियों के हड़कंप मच गया। मुरादाबाद मंडल के अधिकारी भी एक-एक अपडेट लेते रहे।
चार घंटे देरी से रवाना हुई राप्तीगंगा: गोखरपुर जाने वाली राप्तीगंगा का इंजन डिरेल होने के कारण यह ट्रेन रात नौ बजकर 40 मिनट पर रवाना हो सकी। रेलवे के वाणिज्य निरीक्षक एसके अग्रवाल ने बताया कि इंजन को पटरी पर लाने के लिए हरिद्वार से एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन (एआरटी) मंगवाई है। इंजन को पटरी पर लाकर इस ट्रेन को रवाना किया गया। राप्तीगंगा से जाने वाले यात्री देर रात तक स्टेशन पर परेशान रहे। यात्री पूछताछ केंद्र पर ट्रेन के चलने का समय पूछते रहे।
राप्तीगंगा का इंजन डिरेल हुआ है। इंजन को पटरी पर लाने के लिए हरिद्वार से एआरटी मंगवाई गई है, ट्रेनों का संचालन सुचारू करवाया जा रहा है। शताब्दी एक घंटे देरी से रवाना हुई। कुछ अन्य ट्रेनें भी प्रभावित रही हैं। इंजन डिरेल होने के कारणों की पता लगाया जा रहा है।
शशांक शर्मा, स्टेशन अधीक्षक