बम चलाने वाला गुड्डू मुस्लिम भागा मुम्बई! अतीक के बेटे सहित चार हमलावर पहचाने गए; गुलाम को लेकर कहानी उलझी
प्रयागराज
उमेश पाल की हत्या करने वाले शूटरों की तस्वीरें देखकर पुलिस ने अभी तक चार नामों पर पुष्टि की है। इनमें एक अतीक का बेटा तो दूसरा राजू पाल मर्डर केस का आरोपी रहा गुड्डू मुस्लिम है। तीसरा बिहार का अरमान तो चौथा भाजपा नेता का भाई गुलाम है। गुलाम को लेकर कहानी थोड़ी उलझी है क्योंकि वह अक्सर भाजपा के पूर्व और दबंग विधायक के साथ रहता था। जेल से विधायक के आने पर आवभगत में लगा रहता था। ऐसे में पुलिस यह पता लगा रही है कि गुलाम अतीक गैंग में क्यों शामिल हो गया?
गुड्डू के खतरनाक मंसूबे गुड्डू मुस्लिम वर्षों से अतीक के लिए काम करता है। राजू पाल मर्डर केस में वह शामिल था लेकिन उसका नाम सामने नहीं आया। बसपा शासन ने इस केस की जांच दोबारा शुरू की गई। तत्कालीन विवेचक ने राजू पाल मर्डर केस में आधा दर्जन से अधिक शूटरों के नाम सामने लाया। इनमें एक गुड्डू मुस्लिम भी था। इसके बाद सीबीसीआईडी ने भी गुड्डू मुस्लिम को दोषी पाया और आरोप पत्र दाखिल किया। सत्ता बदलने के बाद गुड्डू ने जरायम की दुनिया में सामने आने से बचने लगा। वह बिहार तक गया लेकिन वहां पकड़ लिया गया। इसके बाद वह शूटरों को सिर्फ बैकअप देता रहा। कभी सामने नहीं आया। वर्षों बाद उसने सामने आकर बमबाजी करके सनसनी फैला दी।
पूर्व विधायक का साथ क्यों छोड़ा गुलाम ने
शूटरों में रसूलाबाद निवासी गुलाम की पहचान की गई है। हालांकि इसकी पुलिस ने आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। गुलाम का भाई राहिल हसन भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा का महानगर अध्यक्ष है। गुलाम का नाम सामने आने पर पुलिस ने उसके भाई को हिरासत में लेकर पूछताछ की लेकिन उससे ज्यादा जानकारी नहीं मिली। उसने सिर्फ इतना बताया कि शुक्रवार दोपहर गुलाम घर से निकला था। इसके बाद से उससे संपर्क नहीं हुआ। गुलाम एक भाजपा नेता का भी करीबी था। यह भी जांच की जा रही है कि उसने अचानक से पासा क्यों बदल दिया। अतीक के पाले में जाने के पीछे की क्या कहानी है।