इंटरनेट पर कस्टमर केयर नंबर खोजने वाले सावधान, धोखेबाजों ने Google Maps भी नहीं छोड़ा
नई दिल्ली
बैंकिंग हो या कोई भी क्षेत्र, परेशानी होने पर हमारा पहला फोन कस्टम केयर को जाता है। कई बार नंबर नहीं होने पर इसे गूगल पर सर्च भी करते हैं और कॉल कर देते हैं। यह बहुत बड़ी गलती साबित हो सकता है। खबर है कि अपराधी इंटरनेट पर जानकारी बदले जाने के जरिए एक नेटवर्क चला रहे हैं, जहां कस्टमर केयर से संपर्क साधने के चक्कर में व्यक्ति जालसाजों के चंगुल में फंस जाता है।
एक मीडिया रिपोर्ट में CloudSEK की XVigil की तरफ से जारी रिपोर्ट के हवाले से बताया गया है कि 39.4 फीसदी फ्रॉड कॉल बैंकिंग क्षेत्र में किए गए। वहीं, इस मामले में हेल्थ सेक्टर 9.9 प्रतिशत के साथ दूसरे नंबर पर है। जबकि, परिवहन में 6.6 प्रतिशत और पीआर कंपनियों में 2.3 फीसदी है। बताया जा रहा है कि ऑनलाइन 31 हजार से ज्यादा फर्जी कस्टमर केयर नंबर मौजूद हैं।
दरअसल, अपराधी गूगल पर कंपनियों के कस्टमर केयर नंबर बदल देते हैं। इसके बाद सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन यानी SEO के जरिए फर्जी नंबरों को सर्च रिजल्ट में सबसे ऊपर ले जाते हैं। जब भी कोई व्यक्ति नंबर सर्च करता है, तो उनके जाल मं फंस जाता है। खबर है कि धोखेबाजों ने Google Maps पर मौजूद जानकारी को भी बदल देते हैं। साथ ही जालसाल इन नंबरों को फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म्स पर भी साझा कर देते हैं।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, 'ये धोखेबाज फर्जी नंबर सर्च करने के लिए लोगों को काम पर लगाते हैं। इसके जरिए नंबर की लिंक सबसे ऊपर पहुंच जाती है। अब ये AI की मदद वाले टूल्स का इस्तेमाल अपनी लिंक्स की रफ्तार बढ़ाने के लिए करते हैं।' उन्होंने कहा, 'जब कोई व्यक्ति फर्जी नंबर पर कॉल करता है, तो वे कस्टम केयर अधिकारी बने धोखेबाज से बात करते हैं। ये धोखेबाज उनसे संवेदनशील जानकारी निकालने की कोशिश करता है।'