City Bank का रिटेल बिजनेस Axis Bank ने खरीदा, ग्राहकों के लिए होंगे ये बदलाव
नई दिल्ली.
Axis Bank-Citibank: भारत में सिटी बैंक का रिटेल कारोबार 1 मार्च से एक्सिस बैंक को स्थानांतरित हो जाएगा। इसी के साथ सिटी के कंज्यूमर बिजनेस को स्थानांतरित करने की प्रक्रिया का अंतिम चरण पूरा हो जाएगा, जो पिछले साल मार्च में शुरू हुआ था। भारत में सिटी बैंक के रिटेल बिजनेस में क्रेडिट कार्ड, गृह और व्यक्तिगत ऋण, खुदरा बैंकिंग और बीमा वितरण शामिल हैं। यानि आज से सिटी बैंक के ग्राहकों को जिस भी सुविधा की जरूरत होगी उसके लिए उन्हें एक्सिस बैंक में जाना होगा। सिटी बैंक के किसी ग्राहक के पास अगर क्रेडिट कार्ड है, होम लोन है, पर्सनल लोन है, रिटेल बैंकिं की सुविधा है या फिर इंश्योरेंस की सेवा है, इन सबके लिए उन्हें अब एक्सिस बैंक जाना होगा क्योंकि इन सभी सेवाओं को एक्सिस बैंक में शामिल कर दिया गया है।
देश में 35 ब्रांच, 4000 कर्मचारी
बता दें कि देशभर में सिटी बैंक की कुल 35 ब्रांच हैं। इसके अलावा 13 अन्य देशों में भी सिटी बैंक की सेवाएं थीं, लेकिन 2021 में ही बैंक की ओर से इन देशों में रिटेल बैंकिंग की सेवाओं को खत्म करने का ऐलान किया गया था। आज जब एक मार्च को सिटी बैंक के रिटेल बिजनेस का एक्सिस बैंक में अधिग्रहण हो गया है तो सिटी बैंक के ग्राहकों को अब तमाम सेवाएं एक्सिस बैंक में मिलेंगी। भारत में सिटी बैंक की स्थापना 1902 में हुई थी, जबकि कंज्यूमर बैंकिंग सेवा में 2985 से काम कर रहा है। बैंक की भारत में कुल 35 ब्रांच हैं जहां पर 4000 कर्मचारी काम कर रहे हैं।
इतने में हुई है Axis-Citi डील
प्राइवेट सेक्टर के एक्सिस बैंक (Axis Bank) ने अमेरिकी बैंकिंग कंपनी सिटी ग्रुप (Citi Group) का भारतीय रिटेल कारोबार खरीदने की ये डील 12,325 करोड़ रुपये में पक्की की थी, लेकिन बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक 11,603 करोड़ रुपये में ये फाइनल हुई है. हालांकि, सिटी बैंक के ग्राहकों को एक्सिस बैंक से साथ जुड़ने के बाद भी बैंकिंग और कार्ड्स से जुड़े सभी लाभ पहले की तरह ही मिलते रहेंगे. बैंक की वेबसाइट पर भी इसका जिक्र किया गया है. वहीं बीते साल मार्च 2022 में एक्सिस बैंक के मैनेजिंग डाइरेक्टर अमिताभ चौधरी (Axis Bank MD Amitabh Chaudhary ने भी कहा था कि Citibank के ग्राहकों को पहले से जो रिवार्ड (Reward Point) और अन्य प्रिविलेजेज (Priviliges) मिल रहे हैं, सौदा पूरा होने के बाद भी उन्हें वे सारे लाभ उसी तरह से मिलेंगे.
Citi के ये इंडियन बिजनेस रहेंगे जारी
सिटी बैंक ने अप्रैल 2022 में बताया था कि वह ग्लोबल स्ट्रेटजी के तहत भारत से अपना कंज्यूमर बैंकिंग बिजनेस समेटने की तैयारी में है. हालांकि, बैंक इस सौदे के बाद भी इंस्टीट्यूशनल बैंकिंग बिजनेस (Institutional Banking Business) और ग्लोबल बिजनेस सपोर्ट सेंटर (Global Business Support Centre) के जरिए भारत में मौजूद रहेगा. सिटी बैंक के पास मुंबई, पुणे, बेंगलुरू, चेन्नई और गुरुग्राम में ग्लोबल बिजनेस सपोर्ट सेंटर मौजूद हैं.
एक साल में पूरा हुआ अधिग्रहण का प्रोसेस
इस अधिग्रहण को लेकल आज एक मार्च 2023 को Axis Bank मैनेजमेंट एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी होनी है. ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि इस दौरन कुछ बड़े ऐलान भी किए जा सकते हैं. बीते साल मार्च में डील पर मुहर लगने के बाद एक साल बाद 1 मार्च को अधिग्रहण का प्रोसेस पूरा हुआ है. बहरहाल, सिटी बैंक की ओर से अपडेट की गई जानकारी के मुताबिक, मौजूदा ग्राहक अपने Citibank अकाउंट का इस्तेमाल पहले की तरह कर सकेंगे. अकाउंट नंबर, IFSC/MICR Codes, डेबिट कार्ड, चेक बुक, फीस और दूसरे चार्जेज में किसी तरह के बदलाव नहीं किया गया है. इसके अलावा ATM के कैश विदड्रॉल के लिए फ्री ट्रांजेक्शन लिमिट भी मौजूदा नियम के मुताबिक ही रहेगी.
पिछले साल हुआ था समझौता
एक्सिस और सिटी के बीच समझौता पिछले साल मार्च में हुआ था। एक्सिस बैंक ने पिछले साल कहा था कि वह भारत में सिटी बैंक के उपभोक्ता व्यवसाय को 12,325 करोड़ ($1.6 बिलियन) में खरीदने के लिए समझौते कर चुका है। आपको बता दें कि सिटी बैंक के उपभोक्ता व्यवसाय में ऋण, क्रेडिट कार्ड, धन प्रबंधन और खुदरा बैंकिंग परिचालन शामिल हैं। बैंक के क्रेडिट कार्ड पोर्टफोलियो में समृद्ध ग्राहक शामिल हैं, जिनका औसत खर्च कार्ड उद्योग की तुलना में कहीं अधिक है।
बैंक को इस अधिग्रहण को पूरा करने के लिए 12 महीने का समय दिया गया था। पिछले साल जुलाई में एक्सिस बैंक को इसके लिए भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) से मंजूरी मिली थी।
डील के बाद एक्सिस में क्या होंगे बदलाव
इस डील के बाद एक्सिस का पोर्टफोलियो पहले से कहीं अधिक मजबूत हो जाएगा। इस सौदे के बाद एक्सिस के खाते में 25 लाख उपयोगकर्ता जुड़ जाएंगे। इनका क्रेडिट कार्ड पोर्टफोलियो, 50,200 करोड़ रुपये की जमा राशि सब कुछ एक्सिस का हो जाएगा।
भारत के सिटी के सात कार्यालय, 21 शाखाएं और सिटी के 499 एटीएम का नेटवर्क भी एक्सिस के पास चला जाएगा। सिटी बैंक के 25 लाख कार्ड एक्सिस बैंक के हो जाएंगे और इससे कार्ड पोर्टफोलियो की बैलेंस शीट 57% तक बढ़ जाएगी। यह देश के तीन शीर्ष 3 कार्ड बिजनेस प्रोवाइडर्स में से एक हो जाएगा।
मतलब साफ है कि सिटी बैंक का क्रेडिट कार्ड, रिटेल बैंकिंग, वेल्थ मैनेजमेंट और कंज्यूमर लोन सेक्शन एक्सिस बैंक का होने जा रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, डील के बाद एक्सिस बैंक को 2.5 करोड़ से अधिक सेविंग अकाउंट, 20 लाख से अधिक सैलरी अकाउंट मिलने वाले हैं। दोनों बैंकों की डील होने के बाद क्रेडिट कार्ड धारकों की संख्या एक्सिस बैंक का स्थान आईसीआईसीआई बैंक के बाद दूसरे नंबर पर होगा।
एक्सिस बैंक ने तीसरी तिमाही के राजकोषीय शुद्ध लाभ में 62% की वृद्धि दर्ज की। 31 दिसंबर को समाप्त तिमाही के लिए बैंक का मुनाफा एक साल पहले 3,614 करोड़ से बढ़कर 5,853 करोड़ हो गया।
ग्राहकों के लिए होंगे ये बदलाव
आज से भारत में सिटी बैंक का सारा काम एक्सिस की जिम्मेदारी हो जाएगी। सिटी बैंक के लाखों डेबिट, क्रेडिट और सेविंग अकाउंट के ग्राहक एक्सिस बैंक (Axis Bank) के हो जाएंगे। अगर कार्ड ट्रांजैक्शन की बात करें तो सिटी बैंक टॉप पर है। रिजर्व बैंक की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में सिटी बैंक के लगभग 25 लाख क्रेडिट कार्ड हैं, जिससे एक महीने में 3,000 करोड़ रुपये से ऊपर का ट्रांजैक्शन होता है।
सिटी बैंक के डेबिट कार्ड की संख्या 14 लाख के पार है। अगर लोन अकाउंट की बात करें तो इनकी संख्या 12 लाख के आसपास हैं।
आज से सिटी के ग्राहकों को एक्सिस बैंक की सर्विस और ऑफर का लाभ मिलना शुरू हो जाएगी। मर्जर की प्रक्रिया के दौरान हो सकता है कि ग्राहकों को कुछ देर के लिए परेशानी हो, लेकिन दोनों बैंकों का दावा है कि ग्राहकों को कोई परेशानी नहीं होगी।
सिटी बैंक के ग्राहकों को एक्सिस बैंक में फिर से केवाईसी कराना होगा। लेकिन यह काम धीरे-धीरे और क्रमिक रूप से किया जाएगा, इसलिए किसी ग्राहक की सर्विस बंद नहीं की जाएगी। अभी तक सिटी बैंक की शाखाओं को बंद करने का कोई प्लान नहीं है। इन ब्रांच में ग्राहकों को उसी तरह की सुविधाएं मिलेंगी, जो सिटी बैंक के समय मिलती थीं।