G-20 मीटिंगः दिल्ली में विदेश मंत्रियों का जमघट, यूक्रेन युद्ध के बीच एक मंच पर होंगे अमेरिका, रूस और चीन
नई दिल्ली
जी-20 की बैठक में शामिल होने के लिए दुनिया के शक्तिशाली देशों के नेता दिल्ली पहुंच रहे हैं। बुधवार रात विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अब तक आ चुके अधिकारियों का स्वागत किया और उन्हें रात्रिभोज पर आमंत्रित किया। वहीं गुरुवार सुबह भी स्पेन, सऊदी अरब चीन के विदेश मंत्री भारत पहुंचे हैं। खास बात यह है कि रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच यह अहम बैठक हो रही है। इसमें अमेरिका, रूस और चीन के विदेश मंत्री मौजूद रहेंगे। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रूस के विदेश मंत्री लावरोव पहले ही पहुंच चुके हैं।
गुरुवार को इंडोनेशिया के विदेश मंत्री रेटनो मार्सुडी, स्पेन के विदेश मंत्री जोस मैनुअल, चीन के विदेश मंत्री किन गैंग और सऊदी अरब के प्रिंस फैसला बिन फरहान दिल्ली पहुंचे। विदेश मंत्री एस जयशंकर अमेरिकी विदेश मंत्री के साथ अलग से भी मुलाकात करेंगे। वहीं क्वाड देशों की भी बैठक होनी है जिसके जरिए चीन को कड़ा संदेश दिया जा सकता है।
विदेश मंत्रियों से मिलेंगे पीएम मोदी
जानकारी के मुताबिक गुरुवार शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी जी-20 देशों के विदेश मंत्रियों से मुलाकात करेंगे। दो दिन की इस बैठक के अलावा भी कई देशों के नेता आपस में अलग से मुलाकात कर सकते हैं। उम्मीद है कि चीनी विदेश मंत्री और एंटनी ब्लिंकन भी अलग से मिलें। इस दौरान यूक्रेन युद्ध और स्पाई बलून मुद्दा उठाया जा सकता है। हालांकि चीन जासूसी गुब्बारे की बात से पहले ही इनकार कर चुका है।
हावी रहेगा अमेरिका-चीन तनाव
भारत किसी भी तौर से यह नहीं चाहता है कि इस बैठक में यूक्रेन का मुद्दा हावी हो जाए। भारत चाहता है कि खाद्यान्न संकट, कई देशों पर बढ़ते कर्ज और पर्यावरण को लेकर बात हो। विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी के मुतबिक मोदी सरकार चाहती है कि ध्यान जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर दिया जाए। खास बात यह है कि दिल्ली में होने वाली इस बैठक में 40 देशों के नेता हिस्सा ले रहे हैं।