विधायक बाला बच्चन ने 40 लाख पौधे लगाने के नाम पर करप्शन करने का आरोप लगाया
भोपाल
विधानसभा में गुरुवार को सत्ता-विपक्ष में गरमा-गरम बहस देखने को मिली। प्रश्नोत्तर काल के दौरान विधायक लाखन सिंह ने भितरवार विधानसभा क्षेत्र में वन विभाग द्वारा काम नहीं कराए जाने का आरोप लगाया। इस पर मंत्री शाह ने कहा कि अगर काम नहीं हुए हैं तो इस्तीफा दे दूंगा। इस पर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा कि अधिकारियों की जिम्मेदारी मंत्री अपने ऊपर न लें। विधायक ने कमेटी बनाकर जांच कराने और उसमें खुद को शामिल करने की मांग की। इस पर मंत्री ने कहा कि पीसीसीएफ स्तर के अधिकारी से जांच कराकर विधानसभा में रिपोर्ट दे देंगे। पर आपको कमेटी में नहीं रखेंगे।
एक अन्य मामले में विधायक बाला बच्चन ने बड़वानी व सेंधवा वन मंडल में अनियमितता और 40 लाख पौधे लगाने के नाम पर करप्शन करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हमें समिति में रखकर जांच कराई जाए। इस पर मंत्री शाह ने कहा कि सरकार कोई भी रहे, अधिकारी अगर गड़बड़ करेगा तो मारा जाएगा।
दूसरी ओर पेंच नेशनल पार्क में आदिवासियों को रोजगार नहीं दिए जाने और एक समिति द्वारा एक करोड़ के बर्तन खरीदने के मामले में प्रश्नोत्तर काल के दौरान वन मंत्री विजय शाह को घेरने की कोशिश की गई। इस मामले में संसदीय कार्यमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम के हस्तक्षेप के बाद कहा कि एक करोड़ के बर्तन एक साथ नहीं खरीदे गए होंगे पर इसकी जांच करा ली जाएगी। प्रश्नोत्तर काल में कान्हा नेशनल पार्क में अवैध रिसार्ट, होटलों पर एफआईआर दर्ज नहीं किए जाने का मामला भी उठा जिस पर एक माह में एफआईआर कराने के लिए वन मंत्री ने आश्वासन दिया है।
कान्हा नेशनल पार्क के पास अवैध निर्माण पर एफआईआर होगी
मंत्री शाह ने कहा कि नेशनल पार्क के कोर, बफर और फेन अभ्यारण्य में पिछले सालों में मैदानों के विकास, हेबिटेट, इम्प्रूवमेंट, वनमार्ग मरम्मत, रपटा, पुलिया निर्माण, जल स्त्रोत सुधार, जल संरक्षण, भवन मरम्मत के कार्य हुए हैं। यहां नियम विरुद्ध बनाए गए होटल, रिसोर्ट के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने की कार्यवाही की गई है।
विधायक नारायण सिंह पट्टा ने सवाल किया कि कान्हा नेशनल पार्क में बोगस काम होने का आरोप लगाया और समिति गठित कर यहां हुए कामों की जांच की मांग की। यहां हुई अनियमितताओं के लिए किस पर कार्यवाही की गई है।