गोरखपुर से लखनऊ के बीच सफर हुआ और आसान, यात्रियों का बचेगा समय
गोरखपुर
गोरखपुर से लखनऊ के बीच सफर अब और आसान हो जाएगा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को लखनऊ से राजधानी एक्सप्रेस बस सेवा को झंडी दिखाकर रवाना किया। सभी जिला मुख्यालय से बाईपास सेवा के आधार पर प्रतिदिन एक बस चलाई जाएगी, जो शहर में प्रवेश न करके सीधे लखनऊ पहुंचेगी, जिससे सामान्य से राजधानी एक्सप्रेस बस सेवा का 20 प्रतिशत समय कम हो जाएगा। इस सेवा के लिए दोनों तरफ से फूड प्लाजा निर्धारित किया गया है, जहां बसों का रुकना अनिवार्य होगा।
दूर से ही पहचान लेंगे अपने जिले की बस राजधानी एक्सप्रेस बसों को दूर से देखकर लोग जिले की पहचान लेंगे। बस अलग-अलग कलेवर में है। इस सेवा से यात्री आधे घंटे कम समय में ही लखनऊ पहुंच जाएंगे। इस बस से यात्री सुबल लखनऊ जाकर रात तक वापस भी आ सकेंगे। यह सेवा सिर्फ गोरखपुर से ही नहीं बल्कि लखनऊ से 300 किमी व उससे अधिक दूरी पर स्थित सभी जिला मुख्यालयों से भी शुरू की जाएगी। इन जिलों में देवरिया, कुशीनगर, महराजगंज और सिद्धार्थनगर शामिल हैं।
सभी जिला मुख्यालय से बाइपास सेवा के आधार पर प्रतिदिन एक बस चलाई जाएगी, जो शहर में प्रवेश न कर सीधे लखनऊ पहुंचेगी, जिससे सामान्य से राजधानी एक्सप्रेस बस सेवा का 20 प्रतिशत समय कम हो जाएगा। इस सेवा के लिए दोनों तरफ से फूड प्लाजा निर्धारित किया गया है, जहां बसों का रुकना अनिवार्य होगा।
बसों की संख्या पर्याप्त पर सुविधाएं बेहतर नहीं
गोरखपुर से यूं तो जनरथ की 25 बसें और शताब्दी की छह बसें रोजाना चलती हैं लेकिन रखरखाव बेहतर नहीं होने ये बसें अब कबाड़ होती जा रही हैं। सीट की स्थिति पहले की तुलना में काफी खराब हैं। बाहर से भी बसों का स्वरूप बिगड़ चुका है। यूं कह लें कि यात्री मजबूरन इन बसों में यात्रा कर रहा है। हाल ही में शुरू की गई पवन हंस और एसी स्लीपर बसों की स्थिति अपेक्षाकृत बेहतर है और इसमें यात्रियों की डिमांड भी है।