November 27, 2024

मौलाना मदनी- हम सब एक मां बाप की औलाद, हमें आपसी भाईचारे के साथ रहना चाहिए

0

देवबंद

दिल्ली के रामलीला मैदान में अल्लाह और ओम को निराकार बताने के बाद एक बार फिर जमीयत उलमा-ए-हिंद अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि हम सब एक मां-बाप की औलाद हैं। उन्होंने कहा कि हमें मजहब से ऊपर उठकर इंसानियत का सबूत देते हुए आपसी सौहार्द्र के साथ रहना चाहिए, इससे मुल्क की तरक्की में सहयोग होगा।

देवबंद के गांव भायला में कर्नल राजीव के आवास पर होली मिलन कार्यक्रम में पहुंचे मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि हमारी हजारों साल पुरानी तारीख है, जिसमें हम गांव-गांव में प्यार के साथ रहते आ रहे हैं। हमे उसे जिंदा करना चाहिए। आज जो लोग फिरकापरस्ती की ईंट रख आपस में नफरत फैला रहे हैं हमें आगे आकर उनका विरोध करना चाहिए।

मौलाना मदनी ने कहा आपसी सौहार्द्र से मुल्क की तरक्की में सबको सहयोग करना चाहिए। भाईचारे के साथ रहने का संकल्प लेना चाहिए। कार्यक्रम आयोजक कर्नल राजीव ने कहा कि एक दूसरे के त्योहारों में शामिल होकर ही दोनों समुदायों के बीच फैलाई गई नफरत को खत्म किया जा सकता है।

मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि हमारी जो हजारों साल पुरानी तारीख है, जिसमें हम गांव- गांव में प्यार के साथ रहते थे, उसे जिंदा करना चाहिए. उन्होंने कहा कि आज जो लोग फिरकापरस्ती की ईंट रख रहे है और आपस मे नफरत को पैदा कर कर रहे हैं हम उसका विरोध करते हैं. उन्होंने कहा कि मजहब से ऊपर उठकर एक दूसरे से इंसानियत की बुनियाद पर एक दूसरे से मामला होना चाहिए.

कर्नल राजीव का बुलावे को लेकर किया धन्यवाद
मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि यही वह बुनियाद होगी, जिससे मुल्क में आपसी भाईचारगी पैदा होगी. मौलाना ने कहा कि आपसी मेल मिलाप को छोड़कर नफरत को पैदा करना यह देश की तरक्की नहीं बल्कि मुल्क को पीछे धकेलेगा और लोग एक दूसरे के साथ बेजार हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि जिस तरह से हम पहले से एक दूसरे के साथ भाईचारे के साथ रहते आए हैं आगे भी हमें इसी तरह से जिंदगी गुजारनी चाहिए, यही पैगाम हम देते आए हैं और जब तक जिंदगी रहेगी, तब तक देते रहेंगे. इस दौरान उन्होंने कर्नल राजीव का भी होली मिलन कार्यक्रम में बुलाने पर धन्यवाद किया.

इस दौरान बीजेपी नेता कर्नल राजीव ने कहा कि उनके एक छोटे से बुलावे पर मौलाना अरशद मदनी होली मिलन कार्यक्रम में आए, यह उनके लिए बड़े ही फक्र की बात है. कर्नल ने कहा कि इस तरह से एक दूसरे के त्यौहार में शामिल होने से ही भाईचारा बढ़ेगा और दोनों समुदाय के बीच नफरत का जो माहौल पनप रहा है उसको भी दूर किया जा सकता है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed