September 26, 2024

देवी-देवताओं को फूल अर्पित करने के 4 नियम , जीवन पर पड़ेगा सकारात्मक असर

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हिंदू धर्म में देवी-देवताओं को प्रसन्न करने और उनकी कृपा पाने के लिए पूजा-अर्चना की जाती है. देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना में कई प्रकार की सामग्रियों का इस्तेमाल किया जाता है. इसी में से एक है फूल. फूल अर्पित करने की परंपरा हिंदू धर्म में हजारों सालों से चली आ रही है. किसी भी मांगलिक कार्य व पूजन में देवी-देवताओं को उनके प्रिय फूल चढ़ाने से वे जल्द प्रसन्न होते हैं. हिंदू धर्म शास्त्रों के मुताबिक, सभी देवी-देवताओं को अलग-अलग प्रकार के पुष्प प्रिय होते हैं. देवी-देवताओं को उनके प्रिय पुष्प अर्पित करने से वे अपने भक्तों पर कृपा बनाए रखते हैं. धर्म शास्त्रों में देवी-देवताओं को फूल चढ़ाने के नियम भी निर्धारित किए गए हैं.

पूजा-पाठ में करें इन फूलों का इस्तेमाल

भगवान गणेश : भगवान गणेश को प्रथम पूज्य और विघ्नहर्ता कहा जाता है. भगवान गणेश यदि प्रसन्न हों तो अपने भक्तों के सभी दुख और कष्ट हर लेते हैं. भगवान गणेश को पूजा में लाल रंग का गुड़हल का फूल अर्पित करना शुभ होता है. यह फूल भगवान गणेश का प्रिय पुष्प माना जाता है. इसके अलावा, भगवान गणेश की पूजा में गुड़हल, चांदनी, चमेली और पारिजात के फूल भी अर्पित किए जा सकते हैं.

भगवान विष्णु : भगवान विष्णु को पृथ्वी पर पालनहार कहा जाता है. भगवान विष्णु के सैकड़ों नाम हैं. श्रीहरि विष्णु की पूजा करते समय उन्हें उनके प्रिय पुष्प अर्पित करने से वे प्रसन्न होकर अपने भक्तों पर अपना आशीर्वाद बनाए रखते हैं. भगवान विष्णु को पूजा में जूही, अशोक, चंपा, केतकी, वैजयंती के फूल अर्पित करने चाहिए. मान्यता है कि इन फूलों को भगवान विष्णु को अर्पित करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है.

मां दुर्गा : माता दुर्गा को पृथ्वी पर शक्ति की अधिष्ठात्री देवी माना गया है. ब्रह्मांड में जितनी भी शक्ति है, वह सब माता दुर्गा के कारण ही है, इसलिए माता दुर्गा की पूजा में विशेष सावधानी रखनी चाहिए. माता दुर्गा की पूजा करते समय लाल गुलाब और गुड़हल का फूल अर्पित करने से वे प्रसन्न होती हैं. इसके अलावा, मां दुर्गा को अपराजिता का फूल, चंपा, सफेद कमल और कुंद के फूल भी अर्पित किए जा सकते हैं.

भगवान शिव : हिंदू धर्म में भगवान शिव को पूजने वाले असंख्य लोग हैं. माना जाता है कि भगवान शिव अपने भक्तों से जल्दी ही प्रसन्न हो जाया करते हैं, इसलिए उन्हें भोलेनाथ कहा जाता है. भगवान शिव की पूजा में धतूरे का फूल, धतूरा, नागकेसर, हरसिंगार और सफेद रंग के पुष्प अर्पित करना शुभ होता है. माना जाता है ऐसा करने से व्यक्ति के जीवन की वैवाहिक समस्याएं खत्म होती हैं.

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