अमेरिका की कंपनी ने Reliance Jio से किया 491 करोड़ का सौदा
मुंबई
मुकेश अंबानी की Reliance JIO अपने विस्तार योजना के तहत अब अमेरिका की दिग्गज आईटी कंपनी Mimosa Networks को खरीदने जा रही है . दोनो कंपनियों की ये डील करीब 60 मिलियन में होने जा रही है. Mimosa Networks के साथ रिलायंस का सौदा 60 मिलियन डॉलर में डेट-फ्री, कैश फ्री के आधार पर होगा. गुरुवार को यह जानकारी कंपनी ने दी है. Airspan Networks Holdings और Radisys Corporation जो कि रिलायंस जियो की सब्सिडियरी कंपनी है. दोनों कंपनियों ने इस अधिग्रहण की घोषणा की है. कंपनी के स्टेटमेंट के मुताबिक Reliance Jio Infocomm USA Inc, Jio की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी, Airspan की शेयरधारक है और इसके बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में भी शामिल है.
5जी नेटवर्क पर होगा काम
इस अधिग्रहण के बाद JIO 5जी एक्सपेंशन का अपना प्लान और तेजी से बढ़ाएगी. कंपनी के मुताबिक Mimosa Networks का अधिग्रहण जियो की लीडरशिप और इनोवेशन को आगे ले जाएगा. कंपनी का फोकस टेलिकॉम नेटवर्क प्रोडक्ट्स और ग्राहकों तक क्वालिटी पहुंचाना रहेगा. जियो ने पहले से ही देश के कई बड़े हिस्सों में 5जी सेवा लांच कर दिया है. माना जा रहा है कि इस अधिग्रहण के बाद कंपनी उन हिस्सों में क्वालिटी को और बेहतर बनाने का काम करेगी.
ChatGPT में भी किया आगाज
इससे पहले रिलायंस जियो की सब्सिडियरी कंपनी जियो हैप्टिक के जरिए ChatGPT में भी कदम रख चुकी है. कंपनी ने दावा किया है वो ऐसा चैटबॉट बनाएगी जो इंसानों की तरह काम करेगा. कंपनी के मुताबिक यह बाकियों से काफी अलग होगा. कंपनी ने बीटा लांच करते हुए कहा था कि यह ऐसा चैटबॉट होगा जो बॉट को इंसानों की तरह काम करना सिखाएगा. रिलायंस जियो का चैटबॉट कई घंटों की मैन्युअल ट्रेनिंग और कोशिश के बिना अपने ग्राहकों के साथ खुले तौर पर बातचीत कर सकते हैं.
अब चूकि रिलायंस जियो ने एक आईटी कंपनी का अधिग्रहण किया है ऐसे में माना जा रहा है कंपनी अपनी टेक्नॉलिजी को बेहतर बनाने और इसका इस्तेमाल करेगी. जियो ने पिछले कुछ सालों में टेक्नॉलिजी के क्षेत्र में कई नए आयाम स्थापित किए है. वहीं कोरोना के दौरान भी जियो में Google और फेसबुक जैसे बड़े टेक जाइंट्स ने भी भारी भरकम निवेश किया था.