असद का बैकअप? अतीक के बेटे का एक दोस्त भी था क्रेटा कार में, उमेश पाल हत्याकांड में नया खुलासा
प्रयागराज
उमेश पाल की हत्या में शामिल शूटर और साजिश रचने वालों के नाम एक-एक कर सामने आ रहे हैं। वारदात के दस दिन बाद पता चला कि उमेश पाल को गोली मारने वाला विजय चौधरी उर्फ उस्मान था। अब एक नई जानकारी सामने आई है कि क्रेटा कार में अतीक अहमद के बेटे असद का एक दोस्त भी बैठा था लेकिन वो वारदात के वक्त सामने नहीं आया। शायद उसको बैकअप के लिए रखा गया था। गुरुवार को उसके पकड़े जाने की चर्चा रही हालांकि पुलिस अफसरों ने इससे इनकार किया है।
उमेश पाल की हत्या के दौरान अतीक के बेटे असद, बमबाज गुड्डू मुस्लिम, शूटर साबिर, पहली गोली मारने वाला विजय चौधरी, दुकान से निकले गुलाम, हेलमेट पहनकर गोली चलाने वाले अरमान और क्रेटा कार चलाने वाले अरबाज का नाम सामने आया था। पुलिस को यह जानकारी मिली थी कि छह चेहरे सामने आए जबकि सात लोग सपोर्ट के लिए वहीं मौजूद थे। कुल 13 लोग इस हत्याकांड में शामिल थे। अब नया खुलासा यह हुआ है कि उमेश की हत्या करने जिस क्रेटा कार से अतीक का बेटा असद पहुंचा था, उस कार में असद के साथ ड्राइवर अरबाज व साबिर के अलावा एक और शख्स था।
उमेश पाल की हत्या के लिए शूटरों को कार से लेकर पहुंचे ड्राइवर अरबाज ने सड़क पर उन्हें उतार दिया। इसके बाद आगे यू टर्न लिया और लौटा। कार सड़क के उस पार खड़ी थी। सीसीटीवी फुटेज में साफ नजर आ रहा है कि उमेश पाल की हत्या के बाद सड़क पार करके शूटर उस तरफ जा रहे हैं। फुटेज से पता चला कि साबिर पहले ड्राइवर के पीछे वाला गेट खोलता है, लेकिन गेट बंद कर कार के पीछे दूसरी साइड की तरफ जाकर उसमें बैठ जाता है। पुलिस को इसी सीसीटीवी फुटेज से उस चौथे शख्स के बारे में सुराग लगा। फुटेज देखने के बाद अफसरों ने इस बारे में पता लगाना शुरू किया कि कार में पीछे वाली सीट पर कौन बैठा था। जिसके कारण साबिर को लौटना पड़ा था। यह अतीक के बेटे असद का साथी बताया जा रहा है जो हमेशा उसके साथ रहता था।
ढाई-ढाई लाख इनामी शूटरों की तलाश में छापामारी
उमेश पाल मर्डर केस में फरार पांचों ढाई-ढाई लाख इनामी शूटरों की तलाश जारी है। पुलिस, क्राइम ब्रांच और एसटीएफ उनकी तलाश में छापामारी कर रही है। गुरुवार को भी पुलिस कॉल डिटेल की मदद से उनकी करीबियों की तलाश कर रही है। बताया जा रहा है कि अतीक के करीबियों से पूछताछ चल रही है। पुलिस की एक टीम बिहार तो दूसरी मध्य प्रदेश में घेराबंदी की है। वहीं क्राइम ब्रांच और स्थानीय पुलिस को शक है कि आरोपी शहर छोड़कर नहीं भागे हैं। चकिया से पूरामुफ्ती के बीच में कहीं शरण लिए हैं। उनकी तलाश में कई जगहों पर छापामारी चल रही है। पुलिस ने शरण देने वालों को भी चिन्हित कर लिया लेकिन पुलिस की छापामारी से पहले ही भाग निकले थे। कई संदिग्धों को पकड़कर पुलिस पूछताछ कर रही है।