अप्रैल-मई माह में अप्रत्याशित बिजली की मांग को दृष्टिगत रख करें तैयारी
मध्यप्रदेश 13,800 मेगावाट बिजली मांग की आपूर्ति करने तैयार-प्रमुख सचिव ऊर्जा दुबे
भोपाल
प्रमुख सचिव ऊर्जा संजय दुबे ने विद्युत कंपनियों के मुख्यालय शक्तिभवन जबलपुर में आगामी अप्रैल-मई माह में प्रदेश की विद्युत मांग एवं आपूर्ति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में अप्रैल-मई माह की गर्मी में बिजली की अप्रत्याशित मांग बढ़ने की संभावना है। इसी को दृष्टिगत रखते हुए तैयारी करें।
पारम्परिक एवं गैर पारम्परिक स्त्रोतों का समुचित उपयोग हो
प्रमुख सचिव दुबे ने कहा कि अप्रैल एवं मई माह में मध्यप्रदेश में विद्युत की मांग 13 हजार 800 मेगावाट तक पहुँचने की संभावना है। उन्होंने कहा कि राज्य शासन की मंशानुसार घरेलू उपभोक्ताओं को 24 घंटे और कृषि उपभोक्ताओं को 10 घंटे बिजली देना सुनिश्चित करें। प्रमुख सचिव ने ताप, जल विद्युत उत्पादन के साथ गैर पारम्परिक विद्युत उत्पादन की स्थिति की समीक्षा भी की। उन्होंने कहा कि अप्रैल एवं मई माह में ताप विद्युत के साथ जल एवं गैर पारम्परिक विद्युत उत्पादन का समुचित उपयोग किया जाए। मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के ताप विद्युत इकाइयों से भरपूर विद्युत उत्पादन करने के निर्देश दिए गए। साथ ही ताप विद्युत इकाइयों में कोयले की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा।
उपभोक्ताओं की संतुष्टि सर्वोपरि
दुबे ने ट्रांसमिशन एवं डिस्ट्रीब्यूशन प्रणाली को तकनीकी रूप से दुरूस्त रखने के निर्देश दिए। प्रदेश के किसी भी हिस्से में वोल्टेज की समस्या न रहे और सभी श्रेणी के उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण बिजली प्रदाय सुनिश्चित किया जाए। बैठक में ग्रिड अनुशासन को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश भी दिए गए। डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों को निर्देशित किया गया कि खराब ट्रांसफार्मर त्वरित रूप से बदले जाएँ और इसके लिए अतिरिक्त ट्रांसफार्मर का प्रबंधन मैदानी इलाके में किया जाए। प्रमुख सचिव दुबे ने कहा कि उपभोक्ताओं की संतुष्टि विद्युत क्षेत्र के लिए सर्वोपरि है। उनकी किसी भी प्रकार की समस्या का त्वरित समाधान संवेदनशीलता के साथ किया जाए।
एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी के प्रबंध संचालक रघुराज राजेन्द्रन, पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक अनय द्विवेदी, मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के प्रबंध संचालक मनजीत सिंह, मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के प्रबंध संचालक सुनील तिवारी, ऊर्जा विभाग के विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी नीरज अग्रवाल सहित विद्युत कंपनियों के वरिष्ठ अभियंता उपस्थित थे।
बैठक के प्रारंभ में प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव, पूर्व अध्यक्ष मध्यप्रदेश राज्य विद्युत मण्डल एवं पूर्व अध्यक्ष मध्यप्रदेश विद्युत नियामक आयोग राकेश साहनी को श्रद्धांजलि अर्पित कर 2 मिनट का मौनधारण किया गया।