दिनेश कार्तिक ने उठाए रोहित शर्मा के फैसलों पर सवाल, कहा ‘मुझे नहीं लगता कि…’
नई दिल्ली
अहमदाबाद में जारी बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2023 के चौथे और अंतिम मुकाबले के पहले दिन ऑस्ट्रेलिया का दबदबा रहा। दिन का खेल खत्म होने तक मेहमानों ने उस्मान ख्वाजा के शतक के दम पर बोर्ड पर 4 विकेट के नुकसान पर 255 रन लगाए। पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद क्रिकेट के गलियारों में रोहित शर्मा की कप्तानी पर बातें होने लगी। इस दौरान दिनेश कार्तिक ने भी रोहित की कप्तानी पर दो सवाल उठाए। डीके का कहना है कि दिन के आखिरी 9 ओवर के लिए नई गेंद लेने का निर्णय सही नहीं था, वहीं तीसरे स्पिनर के रूप में टीम में शामिल अक्षर पटेल की भी उन्होंने वकालत की।
दिनेश कार्तिक ने क्रिकबज से कहा 'दिन के बड़े हिस्से में उसकी कप्तानी बेहतर थी। वह फील्ड प्लेसिंग में सक्रिय था। उसने सिली पॉइंट, शॉर्ट लेग रखने के सामान्य मेथड का उपयोग नहीं किया। उन्होंने चीजों को लगातार कड़ा रखा। पहले घंटे में कुछ रन लीक हुए लेकिन उसके बाद उन्होंने 2 विकेट हासिल किए। फिर बीच में उन्होंने स्मिथ और ख्वाजा के खिलाफ टाइट फील्डिंग की और उन्हें आसान बाउंड्री नहीं दी, लेकिन मुझे लगता है कि उस समय नई गेंद लेना अच्छा निर्णय नहीं था। बाद में उन्हें पीछे मुड़कर देखना चाहिए था कि क्या हम नई गेंद से सिर्फ 4-5 ओवर गेंदबाजी कर सकते थे। उन्हें सवाल करना चाहिए था कि क्या मुझे इसके साथ 9 ओवर फेंकने चाहिए थे?'
वहीं अक्षर पटेल के बारे में बात करते हुए वह बोले 'अक्षर पटेल रोहित शर्मा की अब तक की कप्तानी में एक बहुत ही दिलचस्प केस स्टडी है। उन्हें जडेजा और अश्विन के रूप में भारतीय क्रिकेट के 2 स्तंभ मिले हैं और वे उन्हें बड़ी मात्रा में ओवर दे रहे हैं, लेकिन मिश्रण में अक्षर पटेल तीसरे स्पिनर के रूप में कहां हैं? हमने उसे नई गेंद के साथ अच्छा करते देखा है, कम से कम अगर आपने नई गेंद ली है, तो क्या उसे गेंदबाजी करने का मौका मिलाना चाहिए थे। उसके पास उछाल है, वह लंबा है और यह उसकी घरेलू परिस्थितियां हैं। साथ ही हमें यह भी याद रखना होगा कि एक कप्तान के रूप में जब आपके पास 3 स्पिनर होते हैं, तो यह हमेशा कठिन होता है क्योंकि स्पिनर लंबे स्पैल फेंकते हैं। जब तक टीम जीत रही होती है तब तक कोई इसके बारे में नहीं बोलता, मगर जैसी ही टीम हारती है तो यह चीज उजागर हो जाती है। हालांकि मैं इसके लिए रोहित को बहुत अधिक दोष नहीं दूंगा, लेकिन क्या ऐसा कुछ है जो रोहित टेस्ट मैचों में बदलने के लिए कर सकते हैं, जिससे स्पिनर्स को मदद मिले।'