भिलाई में लेखक, साहित्यकार और कलाकारों ने मनाई शानदार होली
भिलाई
ऐसे समय जबकि फिजा में नफरत का जहर घोला जा रहा है तब लेखक, साहित्यकार, कलाकार प्रेम और भाई-चारे को बढ़ावा देने के उपक्रम में लगे हुए हैं. भिलाई में इस बार जन संस्कृति मंच के पूर्व अध्यक्ष इंदु शंकर मनु के निवास स्थल पर ढेर सारे दिग्गज लेखक, साहित्यकार और कलाकार जुटे. सभी ने नफरत के खिलाफ संघर्षरत रहने का ऐलान किया और शानदार ढंग से होली के त्योहार को सेलिब्रेट किया. होली मिलन समारोह के इस विशेष आयोजन में खानपान की जिम्मेदारी रंगकर्मी सुलेमान खान, संतोष बंजारा और अप्पला स्वामी ने संभाली.
आयोजन में वरिष्ठ साहित्यकार लोकबाबू, आलोचक सियाराम शर्मा, विजय वर्तमान, ऋषि गजपाल, नागपुर से मनोज रुपड़ा, नीता रुपड़ा, इलाहाबाद से बसंत त्रिपाठी, अनीता त्रिपाठी, दुर्ग से उपन्यासकार कैलाश बनवासी, व्यंग्यकार विनोद साव, कवि शरद कोकाश, दिनेश सोलंकी, अनंत ठाकुर, गीता ठाकुर,डॉ.शकील हुसैन , जय प्रकाश नायर, बृजेन्द्र तिवारी, नासिर अहमद सिकंदर, शायर मुमताज, चित्रकार हरिसेन, जसम भिलाई के साथी अभिषेक पटेल, घनश्याम त्रिपाठी, अशोक तिवारी, पापा राव, योगेश, वरिष्ठ रंगकर्मी विभाष उपाध्याय, शक्तिपद चक्रवर्ती, लोकमंजरी के संस्थापक पून्नू यादव, रायपुर से शिक्षा दूत प्रकाशन के प्रमुख सत्यप्रकाश, संजय, श्रीमती संतोष सोनी और लेखक-पत्रकार राजकुमार सोनी के अलावा और भी बहुत से आत्मीय जन मौजूद थे. वरिष्ठ रंगकर्मी विभाष उपाध्याय की फाग टीम ने बेहद शानदार ढंग से फाग गीतों को प्रस्तुत किया. समारोह में लेखक, साहित्यकार और कलाकारों ने आपसी संवाद और मेल-जोल बढ़ाने पर खास जोर दिया और संकल्प लिया कि वे नफरत के खिलाफ एकजुट रहकर पूरी शिद्दत से लड़ते रहेंगे.