September 30, 2024

सुपोषण केन्द्रों के माध्यम से 4412 बच्चे कुपोषण से हुए मुक्त

0

दंतेवाड़ा

मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत जिले में सुपोषण केंद्र के माध्यम से 1 से 3 वर्ष के सामान्य एवं कुपोषित बच्चे, शिशुवती माताओं एवं आंगनबाड़ी केन्द्र के माध्यम से 3 से 6 वर्ष के बच्चे तथा गर्भवती माताओं को लाभांवित किया जाता है। मुख्य रूप से इस योजना में अपने घरों में उपयोग आहार के साथ-साथ अतिरिक्त आहार के रूप में उनके शरीर को दैनिक आवश्यकता प्रोटीन एवं वसा की मात्रा को पूर्ति एवं जन सामान्य में कुपोषण एवं एनीमिया के विरूद्ध जन जागरूकता लाना एवं इससे निपटने के लिए वातावरण तैयार करना है।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने कुपोषण के विरुद्ध लडने सुपोषण योजना की शुरूआत 2 अक्टूबर 2019 को किया था। योजनान्तर्गत बच्चों और माताओं को प्रति दिवस मुफ्त पौष्टिक भोजन दिया जा रहा है। शासन द्वारा खाने में अंडे, गुड़ और मूंगफली से बने लड्डू उपलब्ध कराई जा रही है। यह योजना लाभकारी सिद्ध हुई है बच्चों, महिलाओं को पौष्टिक आहार मिलने से कुपोषण की दर घटी है गर्भवती माताओं की मृत्यु दर में कमी आयी है जिले के आंगनबाड़ियों के माध्यम से संचालित मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान ने कुपोषण से मुक्ति दिलाने में अहम योगदान दिया है लोगों को कुपोषण से निजात दिलाने के लिए स्थानीय स्तर पर भी प्रयास जारी है आंगनबाड़ी दीदियों द्वारा गर्भवती माताओं के खानपान, संतुलित आहार साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाता है। घर-घर भेंट कर गर्भवती माताओं पौष्टिक व्यंजनों, बच्चों का उचित देखभाल, गर्भवती महिलाओं को उचित पोषण और उनका टीकाकरण, आदि के बारे में जानकारी देकर बताया जा रहा है योजना की शुरूआत से अब तक मुख्यमंत्री सुपोषण योजना से 94 हजार 828 लोग लाभान्वित हुए है साथ ही 4 हजार 412 बच्चे कुपोषण से मुक्त हुए है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *