NIA ने दाखिल किया पाचवां आरोप पत्र, PFI के 19 और लोगों को बनाया आरोपी
नई दिल्ली
नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के खिलाफ इस महीने अपने पांचवें आरोपपत्र में शनिवार को संगठन की राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद (NEC) के 12 सदस्यों सहित 19 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया। बता दें कि NIA ने यह आरोप पत्र एक संगठन के रूप में कथित रूप से देश को अस्थिर करने के उद्देश्य से आपराधिक साजिश से जुड़े मामले में दायर किया है।
चार्जशीट में आरोपियों की संख्या हुई 105
संघीय एजेंसी के एक प्रवक्ता ने कहा कि शनिवार को दिल्ली मामले में चार्जशीट दाखिल करने के साथ, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (National Investigation Agency) द्वारा देश भर में PFI मामलों में चार्जशीट किए गए आरोपियों की कुल संख्या अब 105 हो गई है। PFI का गठन 2006 में केरल के नेशनल डेवलपमेंट फ्रंट (National Development Front) और कर्नाटक फोरम फॉर डिग्निटी (Karnataka Forum for Dignity) के विलय के साथ हुआ था, जिसमें ओमा सलाम इसके अध्यक्ष, ई एम अब्दुल रहमान उपाध्यक्ष, वी पी नज़रुद्दीन राष्ट्रीय सचिव, अनीस अहमद एनईसी के राष्ट्रीय महासचिव बने थे।
चार्जशीट में है 19 लोग शामिल
प्रवक्ता ने कहा कि जिन 19 आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत आरोप पत्र दाखिल किया गया है उसमें सलाम, रहिमन, नजरुद्दीन, अहमद, अफसर पाशा, ई अबुबकर, प्रोफेसर पी कोया और मोहम्मद अली जिन्ना शामिल हैं। अधिकारी ने कहा कि अब्दुल वाहिद सैत, ए एस इस्माइल, मोहम्मद यूसुफ, मोहम्मद बशीर, शफीर के पी, जसीर के पी, शाहिद नासिर, वसीम अहमद, मोहम्मद शाकिफ, मुहम्मद फारूक उर रहमान और यासर अराफात उर्फ यासिर हसन NEC में कुछ अन्य प्रमुख पद धारक थे जिनके नाम चार्जशीट में शामिल किए गए हैं।