चीनियों से लड़ाई में अमेरिका दे रहा था रीयल टाइम जानकारियां, जानिए कैसे इंडियन आर्मी ने की PLA की कुटाई?
नई दिल्ली
भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी अब काफी गंभीर होने लगी है और अमेरिका ने चीन के साथ संघर्ष की स्थिति में भारत को मदद करनी शुरू कर दी है। अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले साल जब भारतीय जवानों का चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के साथ संघर्ष हो रहा था, उस वक्त अमेरिका भारत को चीनियों के बारे में रीयल टाइम जानकारियां दे रहा था। यूएस न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी सैनिकों के साथ संघर्ष के दौरान अमेरिकी सेना भारत को पीएलए सैनिकों के बारे में लगातार रीयल टाइम जानकारी दे रहा था, जिसकी वजह से भारतीय सैनिकों को चीनियों को खदेड़ने में काफी मदद मिली।
अमेरिका ने भारतीय सैनिकों की मदद की
यूएस न्यूज ने दावा किया है, कि भारतीय सैनिकों द्वारा खदेड़े जाने के बाद चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी, जो कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चायना की सेना है, वो बैकफुट पर चली गई थी और चीन की सरकार, जो जमीन हड़पने के लिए कुख्यात है, वो हिमालयी क्षेत्र में अपने एक्शन पर फिर से विचार करने के लिए मजबूर हो गई। यूएस न्यूज ने सूत्रों के हवाले से लिखा है, कि अरूणाचल प्रदेश में अमेरिका ने पहली बार चीनी सैनिकों के पॉजीशन, उनकी ताकत और उनके मूवमेंट को लेकर हर एक जानकारी भारत को रीयल टाइम एडवांस में सौंपी, जिससे भारतीय सैनिकों को लगातार पता चल रहा था, कि चीनी सैनिकों की मूवमेंट क्या है। अमेरिका ने पहली बार ऐसा किया है। अमेरिका ने भारतीय सैनिकों को ये जानकारियां सैटेलाइट इमेज के साथ साथ अन्य टेक्नोलॉजी पर आधारित दी थी, जो काफी विस्तृत और काफी तेज थी, लिहाजा चीनियों का मुकाबला करने में भारतीय सैनिकों को काफी मदद मिली।
चीनियों को दिया गया करारा जवाब
आपको बता दें, कि पिछले साल 9 दिसंबर को चीनी सैनिक हाथों में नुकीले तारों की लाठियां, लोहे के रॉड और दूसरे हथियार लेकर आए थे, लेकिन भारतीय सैनिकों की तरफ से उनका मुंहतोड़ जवाब दिया गया, जिसके बाद वो भाग खड़े हुए थे। हालांकि, इस झड़प में किसी सैनिक की मौत नहीं हुई थी, लेकिन चीनी सैनिकों को भागना पड़ा था, जिसके बाद से ही कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चायना को अपनी स्ट्रैटजी पर फिर से विचार करने के लिए मजबूर होना पड़ा। रिपोर्ट में कहा गया है, कि "जब चीनी सैनिक आगे बढ़ रहे थे, तो अमेरिकी जानकारी के आधार पर भारतीय सैनिक उनक पहले से ही इंतजार कर रहे थे, जिसकी उम्मीद चीनियों ने नहीं की थी। अमेरिका जानकारी के आधार पर भारत पूरी तरह से तैयार था।" यूएस मीडिया ने कहा है, कि "चीनियों के खिलाफ मिली ये बड़ी कामयाबी बताती है, कि कैसे दोनों देशों की सेनाएं अब सहयोग कर रही हैं और आपस में खुफिया जानकारियां शेयर कर रही हैं।"