हॉर्न की आवाज से वृद्धा सड़क पर गिरी तो परिवार का किया बहिष्कार, अब मांग रहे 50 हजार और भोज
राजनांदगांव
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में महज बाइक के हॉर्न पर डराने वाला जुर्माना गांव वालों ने एक परिवार पर कर दिया है। पूरे परिवार का बहिष्कार कर उन्हें गांव से निकाल दिया गया है। अब वापस बुलाने के लिए 50 हजार रुपये का जुर्माना और गांव को भोज कराने की मांग की जा रही है। परिवार की गलती सिर्फ इतनी है कि उसके एक सदस्य की बाइक के हॉर्न की आवाज सुनकर वृद्ध महिला सड़क पर गिर पड़ी थी। आरोप है कि बाइक सवार ने उसे ठोकर मारी है। फिलहाल परिवार ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर जन चौपाल में शिकायत की और न्याय की गुहार लगाई है। मामला डोंगरगढ़ क्षेत्र का है।
ग्राम कोलिहापुरी निवासी गायत्री बाई वर्मा ने बताया कि कुछ समय पहले उनका बेटा विनय वर्मा खेत जा रहा था। इस दौरान रास्ते में एक वृद्ध महिला खड़ी थी। वहीं पानी और कीचड़ भरा था। विनय ने बाइक का हॉर्न बजाया तो महिला हड़बड़ा गई और नीचे गिर पड़ी। विनय वहां रुका, लेकिन बाइक पर रखी फसल बंधी नहीं होने के कारण वह महिला को उठा नहीं पाया। इस बीच आसपास की महिलाएं पहुंची और वृद्धा को उठाया। इसके बाद वृद्धा अपने घर चली गई। आरोप है कि इसके बाद कुछ लोग पहुंचे और परिवार के साथ गाली-गलौज करते हुए 25 हजार रुपये अर्थदंड देने का दबाव बनाने लगे।
गायत्री ने बताया कि जब उन्होंने विरोध किया तो पूरे परिवार का बहिष्कार कर दिया गया। गांव के सभी लोगों से बात करने से मना कर दिया गया। इसके बाद से ही गांव के कुछ लोग मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगे। यहां तक कि सास का निधन होन पर जब उनकी ननद अंतिम संस्कार में शामिल होने पहुंची तो उसका भी बहिष्कार कर दिया और जुर्माने की राशि बढ़ाकर 50 हजार रुपये कर दी। इसके अलावा गांव के लोग उसके और ननद दोनों के परिवार से अलग-अलग भोज कराने का भी दबाव बना रहे हैं। उन्होंने अपनी बात भी रखी, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं हुआ।