यूट्यूबर मनीष कश्यप की गिरफ्तारी के विरोध में आज बिहार बंद का आह्वान, देखें कितना असर
बिहार
तमिलनाडु मामले में यूट्यूबर मनीष कश्यप की गिरफ्तारी के विरोध में गुरुवार 23 मार्च को बिहार बंद का आह्वान किया गया है। मनीष कश्यप के समर्थकों और राष्ट्रीय जन जन पार्टी (आरजेजेपी) की ओर से बंद बुलाया गया है। राज्य के विभिन्न जिलों में लोगों से सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने की अपील की गई है। ब्राह्मण-भूमिहार एकता मंच ने भी बिहार बंद को समर्थन दिया है। बीते दो दिनों से ट्विटर पर '23 मार्च बिहार बंद' का हैशटैग ट्रेंड भी कराया गया।
आरजेजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशुतोष कुमार ने कहा कि गुरुवार को राज्य भर में चक्का जाम किया जाएगा। एंबुलेंस, स्कूल बस, परीक्षार्थी जैसे अति आवश्यक वाहनों को छोड़कर सभी से बंद का समर्थन करने की अपील की जाएगी। बिहार बंद पूरी तरह शांतिपूर्वक किया जा रहा है। इनकी मांग है कि यूट्यूबर मनीश कश्यप के मामले की निष्पक्ष जांच की जाए। सरकार डिजिटल मीडिया के पत्रकारों को भी सम्मान की नजर से देखें। किसी के खिलाफ राजनीति से प्रेरित होकर कोई कार्रवाई नहीं की जाए।
बिहार बंद का कितना असर?
बिहार बंद के तहत मनीष कश्यप के समर्थक सड़कों पर उतरना शुरू हो गए हैं। आरजेजेपी का दावा है कि गुरुवार सुबह गया के लखीसराय और फतेहपुर में मेन रोड जाम कर दिया गया। बिहारशरीफ-बरबीघा पर भी चक्का जाम किया गया है। बरबीघा-शेखपुरा मार्ग पर हटिया मोड़ के पास वाहनों को रोका गया है। इसके अलावा अन्य जगहों पर भी चक्काजाम किया जा रहा है। हालांकि, अभी तक व्यापक तौर पर बंद का असर नहीं देखा जा रहा है, सभी प्रमुख शहरों में दुकानें खुल रही हैं।
क्या है मामला?
दरअसल, तमिलनाडु में प्रवासी मजदूरों पर हिंसा के फर्जी वीडियो चलाने के आरोप में यूट्यूबर मनीष कश्यप को पिछले दिनों गिरफ्तार किया गया था। मनीष कश्यप के खिलाफ बिहार के अलावा तमिलनाडु में भी कई मामले दर्ज हैं। बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने कश्यप को रिमांड पर लेकर पूछताछ की है। बताया जा रहा है कि उसकी कंपनी 'सच तक' में वित्तीय लेनदेन में कई गड़बड़ियां मिली हैं। जांच के बाद और खुलासे हो सकते हैं।