मुख्यमंत्री ने पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय में लगभग 17 करोड़ रूपए के कार्यों का लोकार्पण शिलान्यास किया
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में लगभग 17 करोड़ रूपए के विभिन्न कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इसमें 10 करोड़ 03 लाख रूपए के लोकार्पण और 6 करोड़ 58 लाख रूपए के शिलान्यास कार्य शामिल हैं। उन्होंने इस अवसर पर परिसर में स्थित बंजारी मंदिर में आदि शक्ति बंजारी माता का दर्शन कर पूजा-अर्चना किए और प्रदेशवासियों के सुख समृद्धि व खुशहाली की कामना की। साथ ही मंदिर परिसर में करीब 3 करोड़ रूपए के कार्यों का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि हमारी सरकार ने छत्तीसगढ़ में शिक्षा के क्षेत्र चाहे वह उच्च शिक्षा हो या स्कूल शिक्षा सभी में उल्लेखनीय कार्य किए हैं और युवाओं के कल्याण के लिए भी कदम उठाए हैं। राज्य सरकार ने आईटीआई के नए ट्रेड प्रारंभ किए है ताकि हमारे युवा नए क्षेत्रों में और बाजार की मांग के अनुरूप रोजगार प्राप्त कर सके। साथ ही हम 01 अप्रैल 2023 से प्रदेश के शिक्षित बेरोजगार युवाओं को 2500 प्रति माह बेरोजगारी भत्ता देने जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ वर्ष पहले छत्तीसगढ़ में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में कम संख्या में विश्वविद्यालय और कॉलेज थे। मगर अब विश्वविद्यालय की संख्या में अच्छी-खासी बढ़ोत्तरी हो गई है। बड़ी संख्या में कॉलेज खुल गए हैं। जहां दूरस्थ क्षेत्रांे में कॉलेज नहीं थे, वहीं अब वहां के युवाओं को वहीं पढ़ने की सुविधा मिल रही है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने इन चार सालों में दो विश्वविद्यालय खोले और 33 नए शासकीय और 76 नए अशासकीय कॉलेज खोले। वहीं इस साल 23 नए कॉलेज भी स्वीकृत हैं। इससे महाविद्यालयों के सीटों की संख्या में 1 लाख से अधिक की बढ़ोत्तरी हुई है। उन्होंने कहा कि सीटांे की संख्या बढ़ने से सबसे अधिक गरीब और ग्रामीण क्षेत्रों में छा़त्र-छात्राओं को लाभ मिलेगा, उन्हें पहले सीटों की संख्या कम होने के कारण शासकीय कॉलेज में प्रवेश के लिए दिक्कत होती थी, अब उन्हें शासकीय कॉलेज में आसानी से प्रवेश मिल सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अच्छी शिक्षा के लिए आवश्यक है कि शिक्षण संस्थानों में पर्याप्त संख्या में शिक्षक हो, इसलिए हमारी सरकार ने अब तक 1200 सहायक प्राध्यापक की नियुक्ति कर ली है। साथ ही 40-40 ग्रन्थपाल और क्रीड़ा अधिकारियांे की नियुक्ति भी की है। यहीं नहीं स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता सुधारने के लिए ठोस कदम उठाए और 279 स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम उत्कृष्ट विद्यालय खोले और बजट और अन्य घोषणाओं के साथ अब इसकी संख्या 300 से ज्यादा हो जाएगी। इस अवसर पर पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय के कुलपति श्री केशरीलाल वर्मा ने बताया कि पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय देश के 16 विश्वविद्यालयों में से इकलौता विश्वविद्यालय है जो केंद्र सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा प्रमोशन ऑफ यूनिवर्सिटी रिसर्च एंड साइंस एक्सीलेंस का प्रोजेक्ट मिला है। साथ ही हमारे विश्वविद्यालय का चयन जी-20 यूनिवर्सटी कनेक्ट तहत किया गया है, जिसके तहत हम जी-20 देशों से संबंधित विभिन्न विषयों पर आधारित विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन करेंगे।
इस कार्यक्रम में लोकार्पित होने वाले कार्यों में छात्र सदन भवन, ग्रंथालय एवं सूचनाविज्ञान अध्ययनशाला भवन, मूलविज्ञान केंद्र में द्वितीय तल, जैव-प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला भवन में प्रथम तल, पॉवरग्रिड हॉस्टल में द्वितीय तल, ग्रंथालय भवन का विस्तार, नवीनीकृत प्रेक्षागृह-भवन, परिसर में नवनिर्मित उद्यान और पांच भवनों जैविक-भवन, भूगर्भशास्त्र-भवन, कला-भवन, फार्मेसी-भवन, गणित सांख्यिकी भवन में लिफ्ट और शिलान्यास कार्यों में एकीकृत परीक्षा-भवन, नया अतिथि-गृह शामिल है। इस अवसर पर विधायक श्री विकास उपाध्याय, कुलसचिव श्री शैलेन्द्र पटेल और विश्वविद्यालय के प्रोफेसर, अधिकारी-कर्मचारी व अन्य अतिथिगण उपस्थित थें।