B.ed कॉलेजों के फर्जीवाडे से विद्यार्थियों का भविष्य दांव, बिना फैकल्टी बांट दिए गए CC, प्रैक्टिकल में अंक
भोपाल
प्रदेश में ऐसे बीएड कालेज संचालित हो रहे हैं, जिसमें फैकल्टी ही मौजूद नहीं हैं। इसके बाद भी विवि द्वारा आयोजित होने वाली परीक्षाओं के लिऐ सीसी और प्रैक्टिकल में अंक दिए जा रहे हैं। उनकी आंसर शीट पर हस्ताक्षर तक किए जा रहे हैं। कालेजों के फर्जीवाडे से विद्यार्थियों का भविष्य दांव पर लग रहा है।
कई बीएड कॉलेज में मौजूद नहीं हैं फैकल्टी
बीएड कालेजों में उच्च शिक्षा विभाग और एनसीटीई को अनदेखा कर फैकल्टी में फर्जीवाडा करने लगे हैं। ऐसे कुछ मामले भोपाल के बीएड कालेज के सामने आए हैं। जहां फैकल्टी ही मौजूद नहीं हैं। वहां विद्यार्थियों को सीसी और प्रैक्टिकल में अंक आवंटित किए जा रहे हैं। कालेजों द्वारा शीट पर अंक चढाकर बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भेजे जा रहे हैं। शीट में कौन से परीक्षक के द्वारा हस्ताक्षर किए जा रहे हैं। इस संंबंध में विवि के किसी भी अधिकारी को जानकारी नहीं हैं।
भोपाल के एक कॉलेज ने संबंद्धता लेने के लिए बरकतउल्ला विश्वविद्यालय द्वारा कोड 28 के तहत 16 प्रोफेसरों की नियुक्ति की थी। वर्तमान में आज कोड 28 के तहत एक भी प्रोफेसर नियुक्ति नहीं है। ऐसी स्थिति में विद्यार्थियों की कक्षाएं तक आयोजित करा दी गई हैं। यहां तक उनके सीसी व प्रैक्टिकल कराकर फर्जी परीक्षक के हस्ताक्षर कराकर बीयू भेज दिए गए हैं। इस संबंध में बीयू के रजिस्ट्रार अरुण सिंह चौहान से शिकायत की गई है।
कॉलेज हर सुविधा की लेते हैं राशि
पूर्व अतिरिक्त संचालक राधा वल्लभ शर्मा का कहना है कि बीएड कालेजों में लंबे समय से फर्जीवाड़ा चल रहा है। कालेज संचालक शासन की नीतियों का गलत फायदा उठाते हैं। यहां तक वे विद्यार्थियों से कक्षाओं में नहीं आने की फीस लेते हैं। प्रैक्टिकल और सीसी में ज्यादा अंक लेने की फीस लेते हैं। ऐसे कालेजों को अकस्मिक निरीक्षण कराकर उनकी संबंद्धता समाप्त कर एनसीटीई से उनकी मान्यता खत्म करने की अनुशंसा करना चाहिए।
फर्जीवाडा करने वाले कालेजों के खिलाफ करने की तैयारी की जा रही है। उनके अकस्मिक निरीक्षण कराकर संबद्धता समाप्त करने संबंधी कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. धीरेंद्र शुक्ला, ओएसडी, उच्च शिक्षा विभाग