आगामी चुनावों को दृष्टिगत रखते हुए हड़तालों की कड़ी तेज
कटनी
एक कड़ी और जुड़ गई जब आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने 15मार्च से शुरू अपने आंदोलन को एक नया रूप दिया।
रणचंडी काली का रूप और लाल टोपी
वकतव्य वीर मुख्यमंत्री म.प्र.की आश्वासनों की चाशनी में पगी वादों की मिठाइयों को खाने से म.प्र.की बहन भांजियों ने सिरे से नकार दिया।नवरात्रि के पावन दिनों में रणचंडी काली का रूप धरे हजारों आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने काली साड़ी और लाल टोपी पहनकर बिलहरी मोड़ झिंझरी से कलेक्ट्रेट तक मौन जुलूस निकाला।कलेक्ट्रेट के प्रथम गेट से विश्राम बाबा गेट तक मानव श्रृंखला बनाकर अपने विशेष ड्रेस कोड में विरोध जताया।
भैय्या/मामा को जगाना है,,मानदेय बढ़वाना है
आंदोलनकारियों ने मीडिया से बात करते हुए काफी तीखे तेवरों से कहा कि मामा की कुम्भकर्णी नींद टूट ही नहीं रही है,,कई बार के आश्वासनों के पश्चात उन्होंने हमारी मांगे नहीं मानी,,नाममात्र के मानदेय पर उनसे कोल्हु के बैल की माफिक काम लिया जाता है,चाहे बी.पी.एल सर्वे हो,या मतदाता सूची हो या गर्भवती महिलाओं की देखभाल या फिर बच्चों को ढूंढ कर आंगनबाड़ी केंद्र लाकर पढ़ाना या फिर अन्य कार्य करवाया जाता है, मानदेय भी नियमित नहीं मिलता, जिससे घर खर्च चलाना दूभर हो जाता है।
जाम में फंसे नवागत पुलिस कप्तान
मानव श्रृंखला बनने के दौरान नवागत पुलिस कप्तान अभिजीत कुमार और पदोन्नत डी.आई.जी.सुनील जैन जी जाम में फंस गए।सूचना मिलने पर माधवनगर पुलिस और यातायात अमले ने मोर्चा संभाला और काफी मशक्कत के बाद रास्ता साफ कराया।
इनकी रही उपस्थिति
परियोजना संघ अध्यक्ष आरती यादव, पर्यवेक्षक संघ अध्यक्ष अनुपमा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता/सहायिका अध्यक्ष ममता रजक,विजयराघवगढ़ अध्यक्ष श्यामली डे,मुड़वारा अध्यक्ष रुपा बर्मन, ढीमरखेड़ा मधुबाला गर्ग,रीठी आशा कुशवाहा, बहोरीबंद रामनंदनी राजपूत और हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रही।ममता रजक ने बताया कि उनकी हड़ताल30 मार्च तक जारी रहेगी।अधिकारियों ने उन्हें विश्वास दिया है कि उनकी मांगें सरकार तक पहुचाई जायेंगी।