अमृतपाल सिंह पंजाब में ही छिपा है, चार जिलों में हाई अलर्ट
चंडीगढ़
अमृतपाल सिंह केस में 24 घंटे के अल्टीमेटम के बाद पंजाब पुलिस ने अकाल तख्त को सफाई दी है. पुलिस ने बताया कि ऑपरेशन अमृतपाल के दौरान हिरासत में लिए गए या गिरफ्तार किए गए 360 युवाओं में 348 को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है. अकाल तख्त को दिए जवाब में पुलिस ने बताया कि सिर्फ 12 ऐसे लोग हैं, जिनपर गंभीर मामले हैं और सख्त धाराओं में केस दर्ज किए गए हैं. इस बीच पंजाब पुलिस मान रही है कि अमृतपाल पंजाब में ही छिपा है, जिसके लिए चार जिलों को हाई अलर्ट किया गया है.
पंजाब पुलिस को अंदेशा है कि अमृतपाल पंजाब के ही जालंधर या होशियारपुर में छिपा है, जहां उसकी तलाश की जा रही है. पुलिस सूत्रों की मानें तो वारिस पंजाब दे का चीफ और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल मंगलवार रात होशियारपुर के गांव मनराइयां कलां से भाग निकला है. हालांकि, एहतियातन पुलिस यहां आज भी तलाशी कर रही है. पुलिस ने होशियारपुर, जालंधर, नवांशहर और कपूरथला को हाई अलर्ट पर रखा है. इन जिलों के ग्रामीण इलाकों में खासतौर पर ध्यान दिया जा रहा है और आने-जाने वाले लोगों की चेकिंग की जा रही है.
गन्ने के खेत से छिपते हुए भागा अमृतपाल सिंह
पुलिस को एक 9168 नंबर प्लेट वाली स्विफ्ट कार की तलाश है, जिसमें अमृतपाल के भागने की आशंका है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि, आशंका है कि अमृतपाल सिंह मनराइयां कलां से गन्ने के खेत में छिपते हुए स्विफ्ट कार से भागा है, जिसके लिए मनराइयां कलां के आस-पास के 50 गांवों में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है और होशियारपुर से जालंधर जाने वाली सड़क पर खासतौर पर नजर रखी जा रही है.
अमृतपाल को चाचा सुखचैन ने दी सरेंडर करने की सलाह
अमृतपाल ने पुलिस के सामने तीन शर्तें रखी है, जिसके बारे में एक्सपर्ट मानते हैं कि वह हीरो बनने की कोशिश में है. खालिस्तान समर्थक का एक धमकी भरा वीडियो भी सामने आया, जिसके बाद उसके पुलिस से रिटायर्ड चाचा सुखचैन सिंह ने भी उसे सरेंडर करने की सलाह दी. अमृतपाल के चाचा ने कहा कि उसे जितनी जल्दी हो सरेंडर कर देना चाहिए और अगर उसने कुछ गलत नहीं किया है तो कानूनी लड़ाई लड़नी चाहिए.