November 24, 2024

टाटा ग्रुप की एयर इंडिया ने एसबीआई और बैंक ऑफ बड़ौदा से लिया ₹14000 करोड़ का लोन

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नई दिल्ली

टाटा ग्रुप की एयर इंडिया ने स्टेट बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा से फ्रेश लोन और मौजूदा कर्ज के रिफाइनेंस के लिए 14,000 करोड़ का फंड हासिल किया है। एयर इंडिया ने मौजूदा कर्जों को चुकाने के लिए ₹12,500 करोड़ और महामारी के दौर की आपातकालीन क्रेडिट लाइन गारंटी योजना के माध्यम से ₹1,500 करोड़ रुपये लिए हैं। हालांकि एसबीआई और बीओबी को भेजे गए एक ईमेल में कोई जवाब नहीं आया है। वहीं, इस पर एयर इंडिया के  प्रवक्ता ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है।
 
बोइंग और एयरबस के साथ 470 विमानों का ऑर्डर

यह फंड लीज पर लिए गए विमानों और नए विमानों के साथ घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों बाजारों में विस्तार करने के लिए एयरलाइन के प्रयासों को दिशा देगा। अपनी विस्तार योजना के हिस्से के रूप में एयर इंडिया ने पिछले साल दिसंबर से विमान को पट्टे पर शामिल करने की योजना की घोषणा की थी। इसके तहत इसने बोइंग और एयरबस के साथ 470 विमानों का ऑर्डर दिया है। एयरलाइन की लीजिंग योजना में 21 एयरबस A320neos, चार एयरबस A321neos और पांच बोइंग B777-200LRs शामिल हैं, जो दिसंबर में आने शुरू हो गए हैं। एयरलाइन ने 470 विमानों के लिए एक ऑर्डर की भी घोषणा की है। इसमें से 31 विमान, जिनमें 25 ब्रांड न्यू बोइंग B737-800s और छह एयरबस A350-900s-2023 दूसरी छमाही में आएंगे।

इस कर्ज के एक हिस्से का उपयोग स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (VRS) के भुगतान के लिए भी किया जा सकता है। इसकी लागत ₹200 करोड़ से अधिक होने की संभावना है। वीआरएस की पेशकश उन सभी स्थायी सामान्य कैडर अधिकारियों को की गई है, जो कम से कम 40 वर्ष के हैं और जिन्होंने एयर इंडिया में कम से कम पांच साल की निरंतर सेवा पूरी कर ली है।

पिछले साल टाटा की हुई थी एयर इंडिया

एयर इंडिया का कुल कर्ज वित्त वर्ष 2012 में ₹15,317 करोड़ था, जो वित्त वर्ष 21 में ₹45,037 करोड़ हो गया। पिछले साल जनवरी में टाटा समूह ने एयर इंडिया, कम लागत वाली एयर इंडिया एक्सप्रेस और ग्राउंड हैंडलिंग सेवा प्रदाता एआई सैट्स का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया। इस सौदे में टाटा ने ₹2,700 करोड़ का नकद भुगतान किया और ₹15,300 करोड़ का कर्ज लिया।

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