आज रिटायर हो जाएंगे डीजीपी देवेन्द्र सिंह चौहान, इन तीन अहम पदों पर नए चेहरों को मिलेगी जिम्मेदारी
लखनऊ
वर्ष 1988 बैच के आईपीएस डॉ. देवेन्द्र सिंह चौहान के शुक्रवार को सेवानिवृत्त होने पर पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) समेत पुलिस विभाग के तीन अहम पदों का प्रभार नए चेहरों को सौंपे जाने की संभावना है। डॉ. चौहान डीजीपी के साथ-साथ डीजी इंटेलीजेंस और डाइरेक्टर विजिलेंस का भी पद संभाल रहे थे।
सूत्रों के अनुसार, अब अगले माह स्थाई डीजीपी की चयन प्रक्रिया शुरू होने की संभावना है। डॉ. चौहान के सेवानिवृत्त होने के बाद वर्ष 1988 बैच में चार आईपीएस ही रह जाएंगे। इनमें से अनिल कुमार अग्रवाल अप्रैल में और डॉ. राजकुमार विश्वकर्मा मई में सेवानिवृत्त होने वाले हैं, जबकि आनंद कुमार का सेवाकाल अप्रैल 2024 और विजय कुमार का सेवाकाल जनवरी 2024 तक है। इस तरह छह माह से ज्यादा सेवाकाल के आधार पर इन दोनों अफसरों को स्थाई डीजीपी की रेस में माना जा रहा है। डीजीपी पद से हटाए जाने के बाद डीजी नागरिक सुरक्षा के पद पर कार्यरत मुकुल गोयल वर्ष 1987 बैच के अकेले आईपीएस हैं। हालांकि उनका कार्यकाल भी फरवरी 2024 तक है।
डीएस चौहान को मिल सकती है जिम्मेदारी
डीजी इंटेलीजेंस का पद बेहद खास माना जाता है। इस कारण 31 मार्च के बाद यह पद हासिल करने के लिए डीजी रैंक के अफसरों में होड़ लगी है। वैसे इस पद पर एडीजी रैंक के किसी आईपीएस की भी तैनाती की जा सकती है। इस बीच यह चर्चा भी होने लगी है कि डॉ. चौहान को सेवानिवृत्ति के बाद कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। उनके लिए मुख्यमंत्री के मुख्य सुरक्षा सलाहकार या गृह विभाग के सलाहकार जैसा पद सृजित किए जाने की संभावना जताई जा रही है।