अशरफ खोलेगा उमेश पाल हत्याकांड के राज, मिलेगा असद और शाइस्ता का सुराग; आज कस्टडी मांगेगी पुलिस
प्रयागराज
माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ से अब पुलिस और एसटीएफ पूछताछ की तैयारी में है। बी वारंट लेकर बरेली जेल पहुंची प्रयागराज पुलिस शनिवार को अशरफ को यहां ले आएगी। इसके बाद पुलिस कस्टडी रिमांड पर अशरफ से कई दिनों तक पूछताछ कर उमेश पाल हत्याकांड के राज जानेगी। एसटीएफ और पुलिस के लिए सबसे अहम शूटरों का सुराग पाना है। इसके साथ ही अशरफ से उसकी भाभी शाइस्ता परवीन और भतीजे असद की लोकेशन जानने की कोशिश की जाएगी। उमेश पाल हत्याकांड के बाद जांच में जुटी पुलिस और एसटीएफ ने साफ किया था कि वारदात की साजिश बरेली जेल में रची गई। अतीक का बेटा असद और शूटर गुलाम आदि अशरफ से मिलने बरेली जेल भी गए थे।
उमेश पाल हत्याकांड में आरोपित अतीक अहमद के भाई पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ की शनिवार को प्रयागराज की सीजेएम कोर्ट में पेशी होगी। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट दिनेश कुमार गौतम की कोर्ट में अशरफ को पेश करने का आदेश प्रयागराज पुलिस ने पूर्व में ले लिया था। 29 मार्च को जब उसे एमपी-एमएलए की कोर्ट में पेश किया गया, उसी दिन सीजेएम कोर्ट में भी पेश कर रिमांड का प्रार्थना पत्र प्रस्तुत करना था परंतु उस दिन यह कार्रवाई नहीं हो सकी। इसी आदेश के अनुपालन में शनिवार को न्यायिक अभिरक्षा रिमांड बनाने के लिए पुलिस अशरफ को बरेली जेल से प्रयागराज लाएगी, जहां उसका न्यायिक अभिरक्षा रिमांड बनाने का पुलिस न्यायालय से अनुरोध करेगी। यह भी संभावना है कि उसे पुलिस अपनी हिरासत में लेकर तमाम अहम सबूत इकट्ठा करे।
सुबह से शाम तक अशरफ के अधिवक्ता व अन्य लोग इस बात की पुष्टि करने में लगे रहे कि किस तारीख को कौन सा आदेश जारी हुआ है परंतु न तो न्यायालय के कार्यालय से और न न्यायालय में मौजूद किसी व्यक्ति द्वारा इसकी पुष्टि की गई। हालांकि नाम न छापने की शर्त पर यह पुष्टि की गई कि अशरफ को 29 मार्च को ही मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में पेश करना था लेकिन आपस में समन्वय न होने के कारण चूक हो गई। वहीं जिला शासकीय अधिवक्ता गुलाब चंद्र अग्रहरि ने बताया कि देर शाम तक सुरक्षा को लेकर मॉनीटरिंग समिति की बैठक हुई। अशरफ के पेशी के दौरान अभियोजन टीम के साथ उपस्थित रहेंगे।
प्रक्रिया पूरी न होने से टल गया कार्यक्रम
प्रयागराज पुलिस शुक्रवार को ही अशरफ को ले जाने की तैयारी में थी लेकिन वह बी वारंट लेकर सीधे जेल पहुंच गई। जबकि नियमानुसार बी वारंट को कोर्ट और पुलिस लाइन में भी रिसीव कराना चाहिए। जब प्रयागराज पुलिस को जेल प्रशासन से यह जानकारी दी गई तो वे लोग इस प्रक्रिया को पूरा करने में लग गए। मगर इसमें पांच बज गए, जिसके चलते जेल प्रशासन ने नियमों का हवाला देकर पांच बजे के बाद अशरफ को बाहर निकालने से मना कर दिया। इसके बाद उसे शनिवार सुबह ले जाने का निर्णय लिया गया। वहां पेश होने के बाद पुलिस उसका कस्टडी रिमांड लेने का प्रयास करेगी।
लाला गद्दी की डायरी में क्या है
अशरफ के गुर्गे लल्ला गद्दी की डायरी का एसआईटी गहनता से निरीक्षण कर रही है। एसआईटी को इस डायरी में कुछ लोगों के नाम, मोबाइल नंबर और हिसाब-किताब लिखा मिला है। एसआईटी से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि इस डायरी से अशरफ से जुड़ी जानकारियां मिलने की उम्मीद है। हालांकि अफसर इसके बारे में अभी कुछ खुलकर नहीं बोल रहे हैं।