धोनी ने अपने ही खिलाड़ियों को लताड़ा, बताई CSK की हार की सबसे बड़ी वजह
नई दिल्ली
महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स की शुरुआत उम्मीद के मुताबिक नहीं हुई है। चेन्नई को अपने पहले ही मैच में गुजरात के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा है। आईपीएल इतिहास में चेन्नई की टीम अब तक गुजरात के खिलाफ जीत हासिल करने में नाकाम रही है। इन दोनों टीमों के बीच अब तक तीन मुकाबले खेले जा चुके हैं और तीनों में ही गुजरात की टीम ने बाजी मारी है।
गायकवाड़ ने खेली 92 रनों की पारी चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से ऋतुराज गायकवाड़ ने सिर्फ 23 गेंदों में अर्धशतक जड़ने का काम किया। ऋतुराज गायकवाड़ तेजी से अपने शतक की ओर बढ़ रहे थे, लेकिन 92 के स्कोर पर वह कैच आउट हो गए। ऋतुराज गायकवाड़ को अंपायर ने जिस तरीके आउट करार दिया, फैंस उस पर भी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। चेन्नई के लिए ऋतुराज गायकवाड़ को छोड़कर कोई दूसरा बल्लेबाज बड़ा स्कोर बनाने में सफल नहीं हो सका। हार के बाद धोनी का फूटा गुस्सा गुजरात टाइटंस के खिलाफ टीम को मिली हार के बाद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अपने ही खिलाड़ियों पर निशाना साधने का काम किया। धोनी ने मैच के बाद कहा कि 15 से 20 रन और बनते तो अच्छा होता। हम सभी जानते थे कि थोड़ी ओस होगी। बीच के ओवरों में हमारे बल्लेबाजों ने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया। वह थोड़ा और बेहतर खेल सकते थे।
दूसरी इनिंग में ओस के कारण बल्लेबाजी करना थोड़ा आसान हो गया था। धोनी ने ओपनर ऋतुराज गायकवाड़ की जमकर तारीफ भी की। इम्पैक्ट प्लेयर चेन्नई के लिए नहीं रहा फायदेमंद गुजरात टाइटंस और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच हुए पहले मैच में धोनी ने आईपीएल इतिहास का पहला इम्पैक्ट प्लेयर तुषार देशपांडे के रूप में इस्तेमाल किया। लेकिन चेन्नई का यह दांव सीएसके पर उलटा पड़ गया। तुषार देशपांडे टीम के लिए फायदेमंद साबित होने की जगह बेहद खर्चीले रहे। देशपांडे ने 3.2 ओवर में 15.30 की खराब इकॉनमी से गेंदबाजी करते हुए 51 रन खर्च कर दिए। पहले मैच में हार झेलने के बाद चेन्नई की कोशिश जोरदार वापसी करने पर होगी।