राहत : कोरोना के बढ़ते मामले, अस्पताल में भर्ती या कोरोना से मौतों में कोई वृद्धि नहीं -WHO
नईदिल्ली
देश में कोरोना ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है. पिछले 24 घंटे के दौरान देश भर में 2994 नए केस सामने आए हैं. इससे भारत में कोविड के सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 16,354 हो गई है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोविड के बढ़ते मामलों पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि भारत में बढ़ रहे कोरोना के लिए नया ओमिक्रॉन वैरिएंट XBB.1.16 जिम्मेदार है. WHO ने अपनी यह टिप्पणी 27 फरवरी से लेकर 26 मार्च 2023 तक के कोविड आंकड़ों पर की है. वैश्विक स्वास्थ्य निकाय ने कहा है कि राहत की बात यह है कि इस दौरान अस्पताल में भर्ती होने या कोरोना से होने वाली मौतों में कोई वृद्धि नहीं देखी गई है.
भारत ही नहीं, पूरे दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र में बढ़ोतरी
विश्व स्वास्थ्य संगठन के हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ही नहीं, बल्कि पूरे दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र में नए COVID मामलों में अचानक उच्चतम आनुपातिक वृद्धि देखी गई है. जबकि वैश्विक स्तर पर मामलों में लगभग 27 प्रतिशत की कमी आई है.
WHO के अनुसार, भारत में कोरोना के नए मामले में 437 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है. और इस वृद्धि के लिए नया ओमिक्रॉन वैरिएंट XBB.1.16 जिम्मेदार है. WHO के अनुसार, यह वैरिएंट BA.2.10.1 और BA.2.75 का रिकंबाइंड है.
भारत के अलावा दक्षिण पूर्व एशिया के अन्य देश इंडोनेशिया और थाइलैंड में भी कोरोना के नए मामलों में बढ़ोतरी हुई है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि पूरे दक्षिण एशिया क्षेत्र में पिछले 28 दिनों की अवधि में लगभग 152 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. कोरोना मामले में वृद्धि को देखते हुए डब्लयूएचओ नया ओमिक्रॉन वैरिएंट XBB.1.16 और XBB.1.5 समते छह वेरिएंट पर बारीकी से नजर रख रहा है.
27 फरवरी से लेकर 26 मार्च 2023 के दौरान वैश्विक स्तर पर कोरोना के 36 लाख नए मामले सामने आए हैं. जबकि 25 हजार लोगों की कोविड से मौत हो गई है. डब्लयूएचओ ने कहा है कि वैश्विक स्तर पर कोविड मामलों में गिरावट के बावजूद कुछ देशों में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. इस पर ध्यान देना जरूरी है.
नया ओमिक्रॉन वैरिएंट जिम्मेदार: WHO
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि भारत में कोविड मामलों में वृद्धि के लिए नया ओमिक्रॉन वैरिएंट XBB.1.16 जिम्मेदार है. WHO के अनुसार, यह वैरिएंट BA.2.10.1 और BA.2.75 का रिकंबाइंड है.
इसका मूल वंश XBB है. XBB.1.16, SARS-CoV-2 की तुलना में ज्यादा तेजी से फैल सकता है. इसके लक्षण ओमिक्रॉन वैरिएंट की तरह ही हैं. इसमें तेज बुखार, खांसी, गले में खराश, शरीर में दर्द, पेट की परेशानी, सिरदर्द और ठंड लगना शामिल है.