20 मिनट में पता चलेगी लिवर-गुर्दे की सेहत, यूपी के इस शहर में लगी करोड़ों की मशीन
लखनऊ
लखनऊ के केजीएमयू में अब लिवर और गुर्दा की प्रत्यारोपण की सफलता का महज 20 से 30 मिनट में पता लग सकेगा। गुर्दे कितने प्रतिशत काम कर रहे हैं? इसकी भी सटीक जानकारी मिलेगी। केजीएमयू के न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग में स्पैक्ट सीटी मशीन लग रही है। इसकी कीमत करीब छह करोड़ 25 लाख है। डॉक्टरों ने बताया कि गुर्दे कितने फीसदी काम कर रहे हैं? लिवर, गुर्दा प्रत्यारोपण कितना सफल रहा। इस मशीन से जांच मुमकिन होगी। इसमें मरीज को खास दवा पिलाने के बाद सीटी स्कैन की तरह जांच होती है।
कुछ ही देर में लिवर, गुर्दे की सेहत का हाल मशीन से जुड़े कम्प्यूटर की स्क्रीन पर आ जाएगा। थायराइड ग्लैंड के कैंसर की जांच भी स्पैक्ट सीटी स्कैन से मुमकिन है। ऑपरेशन से पहले और बाद में जांच होगी। ऑपरेशन के बाद मरीज को आयोडीन पिलाकर जांच होगी। अभी पीजीआई भेजा जा रहा था।
संविदा पर रखे जाएंगे डॉक्टर
केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह के मुताबिक मशीन संचालन के लिए संविदा पर डॉक्टर की भर्ती शुरू कर दी है। चार डॉक्टरों ने आवेदन किया है। न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग में नियमित भर्ती के लिए विज्ञापन जारी है। जल्द ही विभाग के संचालन की उम्मीद है।
इससे पहले पिछले साल केजीएमयू में आजमगढ़ के एक 58 वर्षीय व्यक्ति को केजीएमयू की टीम ने लीवर और किडनी ट्रांसप्लांट किया था। दूसरी किडनी ग्रीन कॉरिडोर के जरिए दूसरे मरीज के लिए एसजीपीजीआईएमएस भेजी गई थी। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के डॉक्टरों ने ब्रेन डेड पेशेंट के परिवार के सदस्यों द्वारा अंगों को दान करने के बाद संस्थान का पहला संयुक्त लिवर-किडनी प्रत्यारोपण किया था।