गृह मंत्रालय ने हनुमान जयंती पर सभी राज्य सरकारों को सतर्क रहने की एडवाइजरी की जारी
नईदिल्ली
रामनवमी पर बिहार और पश्चिम बंगाल के कई जिलों में हुई हिंसा को लेकर केंद्र सरकार सतर्क हो गई है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अब हनुमान जयंती को लेकर एक एडवाइजरी जारी की है. इस एडवाइजरी में गृह मंत्रालय ने हनुमान जयंती की तैयारियों को लेकर सभी राज्य सरकारों को सतर्क रहने को कहा है. आज पूरे देश में हनुमान जयंती का आयोजन किया जाएगा.
गृह मंत्रालय कार्यालय ने ट्वीट में बताया कि गृह मंत्रालय ने राज्य सरकारों को कानून और व्यवस्था बनाए रखने, त्योहार का शांतिपूर्ण पालन करने और समाज में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने वाले लोगों की निगरानी सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है.
बता दें कि हनुमान जयंती को लेकर दिल्ली पुलिस भी सतर्क हो गई है. दिल्ली पुलिस के जवानों ने हनुमान जयंती से पहले जहांगीरपुरी इलाके में फ्लैग मार्च निकाला. जहांगीरपुरी में दिल्ली पुलिस के अलावा पैरा मिलिट्री फोर्स के जवान भी मौजूद हैं. पिछले साल जहागीरपुरी क्षेत्र के जी ब्लॉक में हनुमान जयंती की शोभा यात्रा पर हुए पथराव के बाद दंगा भड़क गया था. उस वक्त शोभा यात्रा एक मस्जिद के सामने से निकाली जा रही थी.
बता दें कि हनुमान जयंती को लेकर दिल्ली पुलिस भी सतर्क हो गई है. दिल्ली पुलिस के जवानों ने हनुमान जयंती से पहले आज जहांगीरपुरी इलाके में फ्लैग मार्च निकाला. जहांगीरपुरी में दिल्ली पुलिस के अलावा पैरा मिलिट्री फोर्स के जवान भी मौजूद हैं. पिछले साल जहागीरपुरी क्षेत्र के जी ब्लॉक में हनुमान जयंती की शोभा यात्रा पर हुए पथराव के बाद दंगा भड़क गया था. उस वक्त शोभा यात्रा एक मस्जिद के सामने से निकाली जा रही थी.
गृह मंत्री के कार्यालय ने ट्वीट किया, "राज्य / केंद्र शासित प्रदेश की सरकारों को कानून-व्यवस्था बनाए रखने, त्योहार के दौरान शांति कायम रखने और समाज में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने की आशंका वाले हर प्रकार के कारक पर नजर रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।" इस साल हनुमान जयंती 6 अप्रैल को मनाई जाएगी।
HC का पश्चिम बंगाल सरकार को निर्देश
दूसरी तरफ कलकत्ता हाई कोर्ट ने पश्चिम बंगाल सरकार को हनुमान जयंती समारोहों के दौरान शांति बनाए रखने में राज्य पुलिस की मदद के लिए केंद्रीय बलों की तैनाती की अपील करने का बुधवार को निर्देश दिया।
अदालत ने कहा कि हाल के दिनों में हुई घटनाओं को देखते हुए आम जनता को ये आश्वासन देने के लिए आदेश दिया जा रहा है कि वे सुरक्षित हैं और किसी तरह की पेरशानी का उन्हें सामना नहीं करना पड़ेगा।
पिछले हफ्ते ही रामनवमी के जुलूस के दौरान और बाद में हावड़ा और हुगली जिलों में कुछ जगहों पर दो गुटों के बीच झड़प हो गई थी।
कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश टी. एस. शिवगणनम की अध्यक्षता वाली एक बेंच ने कहा कि 'इलाज से परहेज बेहतर है।'
अदालत ने पश्चिम बंगाल सरकार को निर्देश दिया कि आज हनुमान जयंती की रैलियों के दौरान किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए केंद्रीय बलों की तैनाती की अपील की जाए।
अदालत ने केंद्र को राज्य से अनुरोध मिलने पर सुरक्षा कर्मियों की तैनाती के लिए तुरंत व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया। ASG एस. एन. मुखर्जी ने अदालत को बताया कि राज्य में हनुमान जयंती रैलियां आयोजित करने के लिए पुलिस को करीब 2,000 आवेदन मिले हैं।
अदालत ने यह आदेश पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी की तरफ से दायर की गई एक जनहित याचिका (PIL) पर सुनाया।