महात्मा गांधी की हत्या के सच को छुपाने एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम बदल दिये : मरकाम
रायपुर
एनसीईआरटी की 6वीं से लेकर 12वीं तक के किताबों में इतिहास से संबंधित और भारत की आजादी की लड़ाई से संबंधित तथा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से संबंधित सामाग्रियों को हटाये जाने की प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कड़ी निंदा किया है। उन्होंने कहा कि यह मोदी सरकार का इतिहास को तोड़-मरोड़कर प्रस्तुत करने का प्रयास है। केंद्र सरकार देश की आने वाली पीढ़ी से सच छुपाना चाहता है।
दरअसल भाजपा का इतिहास दरिद्र है इसीलिये भाजपा इतिहास का विद्रूपीकरण करने में लगी है। महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को महिमामंडित करने के उद्देश्य से मोदी सरकार ने महात्मा गांधी से संबंधित नाथूराम के मनोभावों को एनसीईआरटी इतिहास के पन्नों से हटवा दिया है। किताब में गांधीजी के हत्या से संबंधित तथ्यों को भी हटा दिया गया ताकि आने वाली पीढ़ी गांधी के हत्या के घटनाक्रम को न जान सके। बीते 25 सालों से इतिहास के विद्वान विशेषज्ञों द्वारा तैयार की गई पठन सामाग्री को मोदी सरकार ने इसलिये हटवा दिया ताकि बच्चे भाजपा के फासीवादी विचारधारा के अनुसार इतिहास की घटनाओं का अध्ययन कर सकें।
मरकाम ने कहा कि इतिहास के कुछ पाठों में देश के कुछ हिस्सों विशेषकर गुजरात के घटनाक्रम दंगों आदि को जानबूझकर हटा दिया गया। गुजरात दंगों के बारे में एक पूरा पैराग्राफ हटाया गया है जिसमें कहा गया था कि कैसे रिहायशी इलाके धर्म, जाति और नस्ल के आधार पर बंटे होते हैं और कैसे साल 2002 के गुजरात दंगों के बाद वहां ये और बढ़ा। इस पैराग्राफ के साथ अब कक्षा 6 से लेकर 12 तक के सोशल स्टडीज के पाठ्यक्रम से गुजरात दंगों से जुड़ी जानकारी हटा दी गयी है। कक्षा 12 के पहले चैप्टर में महात्मा गांधी का त्याग सेक्शन में कहा गया था कि हिंदू-मुसलमान एकता की पुरजोर समर्थन करने वाले गांधी का विरोध करने वालों ने कई बार उनकी हत्या की कोशिश की, इसे हटा दिया गया है। साथ ही वो हिस्सा भी हटा दिया है जिसमें कहा गया था कि गांधी की हत्या के बाद भारत सरकार ने सांप्रदायिक तनाव फैलाने वाले संगठनों के खिलाफ कार्यवाही की। इसके तहत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जैसे संगठनों को कुछ वक्त के लिये बैन कर दिया गया था।
उन्होंने कहा कि बच्चों को इतिहास इसलिये पढ़ाया जाता है ताकि आने वाली पीढ़ी उससे सबक ले सके। मोदी सरकार बच्चों को इतिहास पढ?े से भी वंचित रखना चाहता है। यदि देश में अंग्रेजों से पहले मुगलों की सरकार थी तो इसके बारे में इसके अच्छे-बुरे पहलू के बारे में जानने का हक हर बच्चे को है। मोदी सरकार बच्चों से उनका नैसर्गिक विकास छीन रही है। कक्षा 7 के इतिहास की किताब से दिल्ली सल्तनत के शासकों तुगलक, खिलजी, लोधी और मुगलों से जुड़े हिस्सों को हटाया गया है। दो पन्ने के एक टेबल को हटाया गया है जिसमें हुमायूं, शाहजहां, बाबर, अकबर, जहांगीर और औरंगजेब की उपलब्धियों की जानकारी दी गयी थी। कक्षा 12 की किताब से किंग्स एंड क्रॉनिकल्स द मुगल कोर्ट चैप्टर को हटाया गया है। आजादी के बाद कांग्रेस की सरकार की उपलब्धियों पर पर्दा डालने के लिये भी कक्षा 7 की किताब से कुछ चेप्टर हटा दिये गये। यह मोदी सरकार की स्तरहीन हरकत है।