लोगों की जान जोखिम में डालकर शराबबंदी नहीं- सीएम बघेल
दुर्ग
शराबबंदी की सियासत के बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बड़ा बयान सामने आया है। भेंट मुलाकात में CM भूपेश बघेल ने कहा है कि प्रदेश में शराब बंदी से पहले शराब पीने वाले पीना बंद करे। जान जोखिम में डालकर शराब बंदी नहीं होगी।
सीएम ने कहा कि गुजरात और बिहार में शराबबंदी के बाद भी शराब बिक रही है। जहरीली शराब पीने से बिहार में मौतें हो रही हैं। कोरोना काल में शराब बंद होने पर सेनेटाइजर पीकर मौत हुई हैं। सीएम ने कहा कि गुड़ाखू और शराब पीना लोग बंद करें। मुझे सभी नशा बंद करने में कोई दिक्कत नहीं हैं, लोगों की जान से बढ़कर राजस्व नहीं। सीएम ने साफ कहा कि शराबबंदी फिलहाल नहीं होगी।
भेंट-मुलाकात में महिला ने सीएम से की शराबबंदी की मांग
दरअसल, दुर्ग में भेंट मुलाकात के दौरान एक महिला ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से प्रदेश में शराबबंदी किए जाने की मांग कीl महिला ने कहा, शराब सेवन से कई परिवार परेशानी में हैं l इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि शराब ही नहीं समर्पण नशा बंदी की बात होनी चाहिए l उन्होंने कहा कि मेरे एक आदेश पर प्रदेश में शराबबंदी हो जाएगी, लेकिन लाकडाउन के दौरान हमने देखा है जब पूरा देश बंद था तो भी अवैध शराब की बिक्री हो रही थी, क्योंकि लोग इसका सेवन कर रहे थे l
उन्होंने कहा, लाकडाउन में शराब नहीं मिलने पर रायपुर में सैनिटाइजर का सेवन से तीन लोगों को मौत हो गई थी l बिलासपुर में भी एक दवा का सेवन से लोगों को मौत हुई थी l उन्होंने कहा, जनता के जान से बढ़कर कोई चीज नहीं है, लेकिन लोग भरोसा दिलाएं कि शराब सेवन नहीं करेंगे l मुख्यमंत्री ने कहा, शराब ही नहीं संपूर्ण नशाबंदी की बात होनी चाहिए l उन्होंने कहा, लाकडाउन में शराब ही नहीं लोगों ने गुड़ाखू भी ऊंची कीमत पर खरीद कर उसका सेवन किया l नशाबंदी के लिए सामाजिक जागरूकता की जरूरत है l
स्मृति ईरानी और सरोज पांडे धरना दे देते
भेंट-मुलाकात के दौरान एक महिला ने मुख्यमंत्री से कहा कि कका गैस सिलिंडर की कीमत करवा दो, इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इसकी कीमत केंद्र में बैठी सरकार तय करती है, राज्य सरकार नहीं l उन्होंने कहा कि पहले गई सिलिंडर के दाम बढ़ते थे तो स्मृति ईरानी और सरोज पांडेय धरना पर बैठ जाते थे l मुख्यमंत्री ने उक्त महिला से कहा कि दुर्ग लोकसभा क्षेत्र के सांसद विजय बघेल आएंगे तो उनसे कहना कि गैस सिलिंडर के दाम कम करवा दें l
बघेल ने कहा कि लॉकडाउन में लोग नशीली दवाई और स्प्रिट पीकर मर रहे थे. इसलिए पहले जन जागरूकता अभियान चलाया जाए. लोग नशा छोड़ने का संकल्प करें, तभी शराबबंदी होगी. सीएम ने गुजरात और बिहार का उदाहरण दिया. उन्होंने कहा कि यहां आज भी शराब बिक रही है.