राजनीति की यह स्तरहीनता प्रदेश का भला नहीं करेगी, शांति माहौल बिगड़ने नहीं दिया जाएगा- CM शिवराज
भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ वोटों की भूख में पागल हो गए हैं। वे मध्यप्रदेश को अशांति और वैमनस्यता की खाई में झोंकना चाहते हैं। कोविड के दौरान भी शवों और लाशों को देखकर वे खुश होते थे। राजनीति की यह स्तरहीनता एमपी का भला नहीं करेगी और मध्यप्रदेश में शांति और सद्भाव का माहौल बिगड़ने नहीं दिया जाएगा। शुक्रवार को राजधानी के स्मार्ट सिटी पार्क में मीडिया से चर्चा करते हुए सीएम चौहान ने कहा कि कांग्रेस को एमपी का शांति का टापू रहना पसंद नहीं आ रहा है। इसीलिए पूर्व सीएम कमलनाथ ऐसे बयान दे रहे हैं।
दो दिन पहले रोजा अफ्तार के समुदाय विशेष के कार्यक्रम में वे यह कह रहे हैं कि एमपी में दंगे फसाद भड़क रहे हैं। इससे कांग्रेस की सोच सामने आ रही है। चौहान ने कहा कि एमपी के मुस्लिम समुदाय के लोगों ने रामनवमी और हनुमान जन्मोत्सव पर सौहार्द्र का परिचय दिया और जुलूसों का स्वागत किया है लेकिन कांग्रेस को यह अच्छा नहीं लग रहा है।
अब बंद नहीं होंगे कुएं-बावड़ी
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इंदौर की घटना के बाद प्रदेश भर के कुए बावड़ी चिन्हित कर बंद करने के निर्देश दिए गए थे और इस पर काम भी हो रहा है लेकिन पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय के इस सुझाव से वे सहमत हैं कि इन कुओं, बावड़ियों का इस्तेमाल जल स्त्रोत के रूप में किया जाना चाहिए। इनका जीर्णोद्धार कराने की जरूरत है। इसलिए अब इन्हें चिन्हित करने के बाद बंद नहीं किया जाएगा। इनका जीर्णोद्धार कराकर जल स्त्रोत के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा।
नाथ ने कहा- सभ्यता संस्कृति और संस्कार समाप्त हो गए
मुख्यमंत्री के बयान पर कमलनाथ ने पलटवार करते हुए कहा कि वे सड़क छाप गुंडे की भाषा बोल रहे हैं। उनके अंदर की सारी सभ्यता, मर्यादा और संस्कार समाप्त हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि मुझे दुख इस बात का है कि मध्य प्रदेश जैसे महान राज्य के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर कुंठित विचारों वाला व्यक्ति बैठा है।