रंजिश में हिस्ट्रीशीटर का किया ये हाल, हमला करने आए आरोपी अपनी ही कार छोड़कर भागे
आगरा
आगरा की साउथ रेलवे कालोनी (सदर) के पास शुक्रवार की दोपहर फिल्मी अंदाज में हिस्ट्रीशीटर बंटी यादव की स्कार्पियो से कुचलकर हत्या का प्रयास हुआ। वह बाइक पर जा रहा था। आरोप है कि दोस्त से दुश्मन बने श्रीकांत यादव ने हमला किया। आरोपित मौके पर अपनी गाड़ी छोड़कर भाग गए। गाड़ी में डंडे रखे थे। पुलिस तहरीर के आधार पर मुकदमा लिख रही है।
घटना दोपहर करीब दो बजे की है। मुस्तफा क्वाटर नगला काछियान निवासी बंटी यादव सदर थाने का हिस्ट्रीशीटर है। हत्या, अपहरण, लूट और जानलेवा हमले के कई मुकदमे हैं। उसकी पत्नी अनीता यादव वार्ड 35 से निवर्तमान पार्षद है। बताया जा रहा है कि बंटी यादव बाइक से जा रहा था। आरोप है कि नगला काछियान निवासी श्रीकांत यादव अपने साथियों के साथ स्कार्पियो से आया। बंटी यादव को कुलचकर मारने का प्रयास किया। बाइक स्कार्पियो के पहिए के नीचे आ गई। वारदात में बंटी गंभीर जख्मी हो गया। मौके पर भीड़ जुट गई। हमलावर गाड़ी छोड़कर भाग गए। बंटी यादव को इलाज के लिए नर्सिंग होम भेजा गया।
चौथ वसूली के चक्कर में बंटी का दुश्मन बना दोस्त
हिस्ट्रीशीटर बंटी यादव को हमलावर मारना चाहते थे। बंटी यादव और श्रीकांत यादव दोनों पहले दोस्त थे। चौथ वसूली के चक्कर में दोनों में ठन गई। दुश्मनी हो गई। पूर्व में दोनों कुख्यात हरेंद्र राणा से भी जुड़े रहे हैं। तीन-चार दिन पहले सोहल्ला क्षेत्र में संचालित एक जुए के अड्डे पर दोनों के बीच एलानबाजी हुई थी। इसी के बाद बंटी यादव की हत्या का प्रयास किया गया। मामले में एसीपी सदर अर्चन सिंह ने कहा कि घटना की जानकारी मिली है। पुलिस तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर रही है। दोनों ही अपराधी हैं। बंटी यादव पहले कई बार जेल जा चुका है। श्रीकांत के खिलाफ भी कई मुकदमे दर्ज हैं। दोनों इस समय जमानत पर बाहर है।
पहले भी हुई है फायरिंग
स्थानीय लोगों ने पुलिस को बताया दीपावली में भी चौथ वसूली को लेकर दोनों में तकरार हुई थी। फायरिंग हुई थी। कई बार विवाद हो चुका है।
बाइक पर साथ मोहित
मोहित घटना के समय बंटी यादव के साथ था। मोहित ने बताया कि स्कार्पियो सामने से आई थी। वह और बंटी यादव एटीएम से रुपये निकालने जा रहे थे। उसे भी चोट आई है। बंटी यादव गंभीर घायल है। श्रीकांत यादव इलाके में जुआ कराता है। वे लोग विरोध करते हैं। इसी बात की रंजिश है। जुआ पकड़ा गया था। श्रीकांत को लगता है कि उन्होंने मुखबिरी की थी। श्रीकांत के साथ सचिन, वीरे, वीनू, चांद, टपलू थे।