दो भाई वहन करेंगे 30 छात्र-छात्राओं का शैक्षणिक खर्च
बिलासपुर
शहर के शैक्षणिक व्यवसाय से विगत 35 वर्षों से जुड़े पीयूष गुप्ता और नरेंद्र गुप्ता ने इस वर्ष से 30 छात्र-छात्राओं के संपूर्ण शैक्षणिक खर्च वहन करने का संकल्प लिया है,उन्होंने यह संकल्प सुपर-30 के आनंद कुमार से प्रेरित होकर लिया है। श्रीबुक डिपो और श्रीबुक मॉल के संचालक पीयूष और नरेंद गुप्ता ने संयुक्त रुप से जानकारी देते हुए बताया कि शासकीय स्कूल के उच्चतर माध्यमिक शाला कक्षा 9वीं से 12वीं कक्षा तक अध्ययन करने वाले 30 छात्र-छात्राओं के संपूर्ण शिक्षण खर्च वहन करने का उन्होने निर्णय लिया है जिसमें कि उनकी फीस, किताबें, कॉपी तथा अन्य अध्ययन सामग्री शामिल है।
पीयूष ने कहा कि यह हम भाईयों की ओर से एक छोटी सी सार्थक पहल है जिसकी शुरूआत हम अपने सामाजिक दायित्वों के तहत करने का जा रहे है। जरुरतमंद तथा होनकर छात्र-छात्राओं को उनके लक्ष्य तक पहुंचाने में हम अपना योगदान देना चाहते है और इसके लिये काफी समय से जो कसक थी वह अब जाकर पूरी हो रही है।उन्होंने कहा कि अनेक ऐसे छात्र-छात्राएं हैं जो आर्थिक अभाव के कारण शिक्षा ग्रहण करने से चूक जाते हैं,जिनकी मदद के लिये आगे की आवश्यकता है। आर्थिक समस्या के कारण कोई भी छात्र व छात्राएं शिक्षा ग्रहण से वंचित न रह जाए इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने यह छोटी सी पहल शुरू की है।
पीयूष और नरेंद गुप्ता ने बताया कि इसको कारगर तरीके से लागू करने के लिये 10 अप्रैल से पंजीयन की शुरूआत होगी। जरूरतमंद छात्र-छात्राओं के चयन के लिए एक कमेटी बनाई गई है और वही कमेटी प्राप्त आवेदनों और आवश्यक दस्तावेजों की जांच के बाद पात्र छात्र-छात्राओं का नाम तय करेगी। उनका कहना है कि यद्यपि शिक्षण का खर्च छात्र-छात्राओं का वे वहन जरुर करेंगे लेकिन उनकी प्राथमिकता छात्राओं के प्रति रहेगी।
पीयूष का कहना है कि भगवान भी उसी की मदद करते है जो दूसरों की मदद करता है और हमेशा उसके लिए तत्पर रहता है, यही हमारे परिवार का मूल मंत्र है। इससे पूर्व भी अपने सामाजिक दायित्वों के तहत ग्राम पंचायतों में छात्र-छात्राओं के लिए लायब्रेरी बनवाई है जो कि मुंगेली में है जहां पर अध्ययन से संबंधित पुस्तकें समय-समय पर उपलब्ध कराई जाती है। इसी प्रकार से बिलासपुर के सेंट्रल लाइब्रेरी में अध्ययन पुस्तकें दान में दी गई है।