बीमार मां के लिए किया ऐसा प्रदर्शन, एक ही मैच में वेस्टइंडीज के मैकॉय को मिल गए तीन मुकाम
सेंट किट्स
भारतीय टीम को वार्नर पार्क में तब 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा जब वे दूसरे T20 इंटरनेशनल मैच में उस वेस्टइंडीज के खिलाफ खेलने उतरे जिसको उन्होंने पिछले लगातार चार सफेद गेंद मुकाबले हराए थे। जब दूसरा मैच समाप्त हुआ और स्कोरबोर्ड पर नजर डाली गई तो एक बात साफ नजर आई कि टीम इंडिया अगर डेढ़ सौ तक भी पहुंच जाती तो शायद लगातार पांचवां मैच भी जीत जाती। लेकिन एक गेंदबाज ने दोनों टीमों के बीच में फर्क किया और यह थे आबेद मैकॉय।
4 ओवर में 17 रन देकर छह विकेट
मैकॉय बाए हाथ के मध्यम तेज गति के बॉलर है और उन्होंने 4 ओवर में 17 रन देकर छह विकेट लिए। यह एक बहुत ही शानदार आंकड़ा है। ओबेद ने कप्तान रोहित शर्मा को जीरो पर और सूर्यकुमार यादव को 11 रनों पर आउट करके भारत की ओपनिंग को ही तोड़ दिया था। इसके बाद निचले मध्यक्रम में उन्होंने रविंद्र जडेजा, दिनेश कार्तिक, रविचंद्रन अश्विन और भुवनेश्वर कुमार के विकेट लिए। यह सभी ऐसे खिलाड़ी हैं जो ठीक-ठाक बल्लेबाजी कर सकते हैं।
T20 क्रिकेट के इतिहास में ओबेद ने चौथी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी
इस आंकड़े के साथ ही ओबेद बेहतरीन रिकॉर्ड बनाने वाले गेंदबाज की लिस्ट में शामिल हो गए हैं। बड़ी टीमें आईसीसी की फुल मेंबर होती है और इन टीमों में T20 क्रिकेट के इतिहास में ओबेद ने चौथी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी दर्ज की है। भारत के दीपक चाहर ने नागपुर में बांग्लादेश के खिलाफ T20 इंटरनेशनल का सर्वश्रेष्ठ आंकड़ा दर्ज किया हुआ है जो 7 रन देकर छह विकेट था। अजंता मेंडिस ने जिंबाब्वे के खिलाफ 2012 में 8 रन देकर छह विकेट लिए थे।
भारत के खिलाफ 'बेस्ट', वेस्टइंडीज के लिए टॉपर
फिर मेंडिस ने ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2011 में 16 रन देकर छह विकेट लिए। इसके बाद बारी आती है मैकॉय की जिन्होंने 1 जुलाई को कमाल का प्रदर्शन करके टीम को दो मैचों की सीरीज में वापसी कराई। भारत के खिलाफ गेंदबाजी करने वाले टी20 बॉलर के बेस्ट आंकड़ों पर निगाहे डालें तो मैकॉय नंबर एक हैं। उसके बाद वानिंदू हसारंगा है जिन्होंने 2021 में कोलंबो में 9 रन देकर चार विकेट लिए थे। ओबेद टी20 इंटरनेशनल में वेस्टइंडीज के लिए भी बेस्ट बॉलिंग करने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। इससे पहले 2018 में कीमो पॉल ने बांग्लादेश के खिलाफ 5 विकेट लिए थे। यह कमाल की गेंदबाजी है, कमाल के आंकड़े हैं और जीतने स्वाद को दोगुना कर दिया है।
ये प्रदर्शन मां के लिए
मैकॉय ने मैच के बाद कहा, ये प्रदर्शन मां के लिए है। वो बीमार हैं और उन्होंने मुझे बेहतर खिलाड़ी बनने के लिए प्रेरित किया है। पहली गेंद पर विकेट से बल्लेबाजों पर दबाव बना। मैं हमेशा पॉवरप्ले में विकेट लेने की ओर देखता हूं। मेरा दिमाग बिल्कुल स्पष्ट था। जब मैं पहले खेल रहा था तो कुछ ज्यादा ही सोच रहा था। इसने मुझे चुनौती दी और मैं शुक्रगुजार हूं की जितनी भी चुनौतियां और अनुभव मिलते हैं आपको बेहतर बनाते हैं।