बेटी को जन्म देने के बाद मां ने अस्पताल में फांसी लगाकर की खुदकुशी, मायके वालों ने लगाया प्रताड़ित करने का आरोप
प्रयागराज
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक महिला ने बेटी को जन्म देने के चार दिन बाद अस्पताल में फांसी लगाकर जान दे दी। मृतका के मायकेवालों ने आरोप लगाया कि लड़की को जन्म देने की वजह से उनकी बेटी को प्रताड़ित किया जा रहा था जिससे परेशान होकर उसने फांसी लगा ली।
चौफटका के शिवम अपार्टमेंट में रहने वाले राहुल यादव एक प्राइवेट बैंक में नौकरी करते हैं। उनकी पत्नी 37 साल की पत्नी नीतू यादव ने मुंडेरा स्थित नारायण स्वरूप अस्पताल में बुधवार रात बेटी को जन्म दिया। राहुल और नीतू का नौ साल बेटा भी है। रविवार को नीतू को डिस्चार्ज कराना था। राहुल के मुताबिक नीतू ने उनसे घर से कुछ सामान लाने के लिए कहा। राहुल जब सामान लेने घर पहुंचे तभी सुबह आठ बजे के करीब अस्पताल से फोन पर नीतू के फांसी लगाने की सूचना दी गई। राहुल अस्पताल पहुंचे तो नीतू का शव फंदे पर लटका अस्पताल प्रशासन ने इसकी सूचना पुलिस को दी।
नीतू का मायका कानपुर के केशवपुरम, आवास विकास कॉलोनी कल्याणपुर में है। मायके वालों को नीतू के आईसीयू में भर्ती होने की सूचना दी गई। हालांकि रास्ते में ही नीतू की मौत की बात पता चलने पर मायके के लोग कानपुर से दोपहर में पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। वहां नीतू की मां मुन्नी देवी ने आरोप लगाया कि बेटी पैदा होने पर नीतू को इतना परेशान किया गया कि उसने फांसी लगा ली।
पांच घंटे अस्पताल में अकेली रही नवजात
चार दिन पहले पैदा हुई मासूम मां की मौत के बाद पांच घंटे तक अकेले अस्पताल कर्मियों के पास रही। बच्ची के पास घर का कोई सदस्य नहीं था। देर शाम नीतू का शव लेकर जब परिजन कानपुर के लिए जाने लगे तो अस्पताल पहुंचकर नवजात को भी अपने साथ ले गए। नीतू का छोटे भाई अभिषेक ने बताया कि वे अपने साथ बेटी को अपने ले जा रहे हैं।