फोटो मीटर रीडिंग में लापरवाही बरतने वाले 3 आउटसोर्स मीटर वाचकों की सेवाएँ समाप्त, 51 का वेतन काटा
भोपाल
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने उपभोक्ताओं की मीटर रीडिंग में लापरवाही बरतने के आरोप में सेवा प्रदाता कंपनी के माध्यम से कंपनी कार्यक्षेत्र में कार्यरत 03 मीटर वाचकों को ड्यूटी से पृथक करने के साथ ही 51 मीटर वाचकों का वेतन काटा है। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने बताया है कि उपभोक्ताओं के परिसर में स्थापित मीटर की फोटो मीटर रीडिंग में लापरवाही बरतने और गलत मीटर रीडिंग लेने पर मीटर वाचकों पर सख्त कार्यवाही किये जाने के निर्देश जारी किये गये हैं। इसी प्रकार 94 मीटर वाचकों को कार्य में लापरवाही बरतने के चलते चेतावनी जारी की गई है। कंपनी कार्यक्षेत्र के अंतर्गत संचारण संधारण वृत्त दतिया, हरदा, ग्वालियर, नर्मदापुरम एवं रायसेन में 03, राजगढ़ एवं मुरैना में 12, सीहोर एवं शहर वृत्त भोपाल में 6, विदिशा, श्योपुर एवं गुना में 5, भिण्ड में 8, शहर वृत्त ग्वालियर में 9 एवं बैतूल में 11 मीटर की फोटो मीटर रीडिंग में लापरवाही बरतने और गलत मीटर रीडिंग लेने पर मीटर वाचकों पर सख्त कार्यवाही किये जाने के निर्देश जारी किये गये हैं।
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक गणेश शंकर मिश्रा ने मैदानी अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देशित किया है कि उपभोक्ताओं के परिसर पर एक्युरेसी (शुद्धता) के साथ मीटर वाचन होना चाहिए और मीटर रीडिंग के आधार पर ही उपभोक्ताओं को विद्युत देयक दिए जाएं। उन्होंने स्पष्ट किया है कि मीटर वाचकों के कार्य पर निष्ठा एप के द्वारा निगरानी रखी जाए और जो मीटर वाचक कर्तव्य पालन में लापरवाही बरत रहे हैं, उन्हें सेवा से पृथक किया जाए। कंपनी ने बताया है कि फोटो मीटर रीडिंग ऑडिट पोर्टल की समीक्षा के उपरांत मीटर रीडिंग में लापरवाही बरतने वाले कार्मिकों पर नियमानुसार वेतन काटने एवं 50 प्रतिशत से अधिक गलत रीडिंग करने वाले मीटर रीडर की सेवाएं समाप्त करने की कार्यवाही की जा रही है।
कंपनी के अनुसार सेवा सर्वोपरि है और उपभोक्ताओं को बेहतर से बेहतर सेवाएं देने के लिए कंपनी कृत संकल्पित है और इसी दिशा में काम किया जा रहा है। उन्होंने उपभोक्ताओं को जागरूक रहने के लिए कहा है कि जब उनके परिसर की मीटर रीडिंग होती है तो वे मीटर वाचक द्वारा ली गई रीडिंग और मीटर में दर्ज रीडिंग पर नजर रखें ताकि सही देयक मिल सके। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रयास हैं कि बिलिंग संबंधी शिकायतों को शून्य लेवल पर लाया जाए।