September 29, 2024

Land for job case में लालू परिवार की बढ़ी मुसीबत, ED ने तेजस्वी को बनाया आरोपी

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नईदिल्ली

लैंड फॉर जॉब मामले में बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव अब गंभीर मुश्किल में पड़ गए हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सीबीआई की एफआईआर के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग कानून के तहत अलग से मामला दर्ज किया। इसमें तेजस्वी यादव को आऱोपी बनाया गया। इसके बाद उन्हें मंगलवार को पूछताछ के लिए दिल्ली बुलाया। ईडी ने तेजस्वी से करीब 9 घंटे तक पूछताछ की। इस दौरान उनसे आमदनी और परिवार की संपत्ति से जुड़े सवाल पूछे गए।

रेलवे में कथित जमीन के बदले नौकरी घोटाले में सीबीआई की दर्ज एफआईआर में तेजस्वी यादव पहले से आरोपी हैं। बीते 25 मार्च को सीबीआई ने भी उनसे करीब 8 घंटे तक पूछताछ की थी। हालांकि, सीबीआई द्वारा कोर्ट में दी गई चार्जशीट में तेजस्वी का नाम नहीं है। केंद्रीय जांच एजेंसी इसी महीने सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर करने वाली है, जिसमें तेजस्वी को भी आरोपी बनाया जा सकता है।

दूसरी ओर, ईडी ने भी तेजस्वी यादव पर पूरी तरह शिकंजा कस लिया है। उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग केस में आरोपी बनाकर जांच की जा रही है। ऐसे में डिप्टी सीएम की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।

क्या है मामला?
लैंड फॉर जॉब केस में शुरुआत में तेजस्वी यादव का नाम नहीं आया था। मगर जैसे-जैसे जांच का दायरा बढ़ा, दिल्ली के फ्रेंड्स कॉलोनी में स्थित एक बंगले का जिक्र आया। जांच में पता चला कि यह बंगला एक निजी कंपनी के नाम पर रजिस्टर्ड है जिसके मालिक तेजस्वी यादव और उनकी बहन हैं। तेजस्वी इस कंपनी के डायरेक्टर भी रह चुके हैं। बंगले की कीमत करीब 150 करोड़ रुपये बताई जा रही है।  

आरोप है कि लालू प्रसाद यादव के रेल मंत्री रहते हुए रेलवे में नौकरी देने के बदले लोगों से बेशकीमती जमीनों को कौड़ियों के दाम खरीदा गया था। उसमें दिल्ली की फ्रेंड्स कॉलोनी वाला बंगला भी शामिल है।

कब हुआ ये सारा खेल?

– 2004 से 2009 में केंद्र में यूपीए सरकार थी. उस सरकार में लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री थी. जमीन के बदले नौकरी का ये सारा खेल उसी दौरान हुआ.

– सीबीआई ने इस मामले में लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटी मीसा यादव और हेमा यादव समेत कुछ उम्मीदवारों को आरोपी बनाया है.

– सीबीआई का आरोप है कि लालू प्रसाद यादव जब रेल मंत्री थे, तब उन्होंने ग्रुप डी में सब्स्टीट्यूट के तौर पर भर्ती के बदले जमीनें लीं और इन्हें अपने परिवार के नाम पर खरीदा गया.

– सीबीआई ने आरोप लगाया है कि लालू यादव जब रेल मंत्री थे, तो उन्होंने जमीन के बदले सात अयोग्य उम्मीदवारों को रेलवे में नौकरी दी.

इसमें किरदार कौन-कौन?

– इस घोटाले में लालू परिवार के तीन लोगों को आरोपी बनाया गया है. लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और उनकी बेटी मीसा भारती आरोपी हैं.

– इनके अलावा सेंट्रल रेलवे की पूर्व जनरल मैनेजर सौम्या राघवन, रेलवे के पू्र्व सीपीओ कमल दीप मैनरई को भी आरोपी बनाया गया है. साथ ही 7 उम्मीदवारों के अलावा 4 और लोग इस मामले में आरोपी हैं.

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