ईडी का बड़ा एक्शन यंग इंडिया का दफ्तर सील, कांग्रेस मुख्यालय पर सुरक्षा बढ़ाई गई
नई दिल्ली
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े एक कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बुधवार को दिल्ली में यंग इंडिया के कार्यालय को सील कर दिया. साथ ही ईडी ने निर्देश दिया कि एजेंसी की अनुमति के लिए बिना परिसर न खोला जाए. वहीं दिल्ली में AICC मुख्यालय के बाहर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. मालूम हो कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने इस मामले में एक दिन पहले दिल्ली और कोलकाता समेत 12 ठिकानों पर छापा मारा था.
इसके साथ ही कांग्रेस मुख्यालय के आसपास सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त कर दिए गए हैं। प्रवर्तन निदेशालय की ओर से यह एक्शन राहुल गांधी और सोनिया गांधी से पूछताछ के बाद उठाया गया है। पिछले दिनों नेशनल हेराल्ड से जुड़े मामले को लेकर राहुल गांधी और सोनिया गांधी से प्रवर्तन निदेशालय ने पूछताछ की थी। दूसरी और जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा कि दिल्ली पुलिस का AICC मुख्यालय का रास्ता रोकना एक अपवाद के बजाय एक आदर्श बन गया है! उन्होंने ऐसा क्यों किया यह रहस्यमय है।
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास 10 जनपथ के बाहर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। इससे पहले पंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धन शोधन मामले की जांच के तहत कांग्रेस के स्वामित्व वाले ‘नेशनल हेराल्ड’ समाचार पत्र के मुख्यालय सहित 12 स्थानों पर छापा मारा था। अधिकारियों ने बताया कि धन शोधन (निवारण) अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत छापे मारे जा रहे हैं, ताकि यह पता लगाने के लिये अतिरिक्त सबूत एकत्र किए जा सकें कि धन का लेन-देन किसके बीच हुआ। संघीय एजेंसी के अधिकारियों ने मध्य दिल्ली में आईटीओ पर बहादुर शाह जफर मार्ग स्थित ‘हेराल्ड हाउस’ कार्यालय पर भी छापा मारा।
ईडी की कार्रवाई को कांग्रेस लगातार प्रतिशोध की राजनीति बता रही है। जब मंगलवार को नेशनल हेराल्ड के दफ्तर में छापेमारी हुई थी तो कांग्रेस की ओर से इसका जबरदस्त तरीके से विरोध किया गया था। तब कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा था कि हेराल्ड हाउस पर छापेमारी भारत के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस पर लगातार हो रहे हमले का हिस्सा है। हम उन सभी लोगों के खिलाफ की जा रही प्रतिशोध की राजनीति की कड़ी निंदा करते हैं, जो मोदी सरकार के खिलाफ बोलते हैं। आप हमें चुप नहीं करा सकते। हीं, रणदीप सुरजेवाला ने कहा था कि “रेड-राज” ही अब “राज-धर्म” है। दिल्ली दरबार की सत्ता के अहंकार की मदहोशी और पिट्ठू ED की नैशनल हेराल्ड पर की जा रही दुराग्रह से ग्रस्त कार्यवाही इसका सबूत है। पर वो भूल गये हैं – सत्य कभी पराजित नहीं होता। सत्यमेवः जयते।
सोनिया गांधी और राहुल गांधी से हुई है पूछताछ
गौरतलब है कि नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग केस की जांच ईडी कर रही है। इस मामले में ईडी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से पूछताछ की है। ED ने मंगलवार को नेशनल हेराल्ड के दफ्तर सहित 12 ठिकानों पर छापा मारा था।
क्या नेशनल हेराल्ड मामला?
बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने 2012 में ट्रायल कोर्ट में पिटीशन दायर कर आरोप लगाया था कि राहुल-सोनिया गांधी सहित कुछ अन्य नेताओं ने गलत तरीके से यंग इंडिया लिमिटेड (YIL) के जरिए एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) का टेकओवर किया। ये सब दिल्ली स्थित हेराल्ड हाउस की 2000 करोड़ रुपए की बिल्डिंग पर कब्जा करने के लिए किया गया था।
कांग्रेस ने 1938 में एसोसिएट जर्नल्स लिमिटेड (AJL) नामक कंपनी बनाई थी। यही कंपनी नेशनल हेराल्ड अखबार पब्लिश करती थी। 26 फरवरी 2011 को AJL पर 90 करोड़ से ज्यादा का कर्ज बताया गया था। इसे उतारने के लिए यंग इंडिया लिमिटेड नाम से एक नई कंपनी खड़ी की गई। इसमें राहुल और सोनिया की हिस्सेदारी 38-38% बताई जाती है। यंग इंडिया को AJL के 9 करोड़ शेयर दिए थे। जांच में पता चला है कि इसमें पैसों का हेरफेर हुआ। ED इसी मामले की जांच कर रही है।