अमेरिका ने दक्षिण कोरिया में बी 52 परमाणु हथियार किए तैनात
सियोल
किम जोंग उन के भयावह मिसाइल परीक्षण के बाद अमेरिका ने शुक्रवार को परमाणु बी-52 बमवर्षक तैनात किए। एयर ड्रिल के दौरान दो बी-52 परमाणु बमवर्षकों को दक्षिण कोरिया के ऊपर उड़ते हुए देखा गया। उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन की ओर से किए गए मिसाइल परीक्षण के कुछ ही घंटों के बाद अमेरिका ने बमवर्षक उड़ाए हैं। दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय की ओर से इससे जुड़ी नाटकीय तस्वीरें जारी की गई हैं। इन तस्वीरों में बी-52 बमवर्षक और एफ-35 लड़ाकू विमान दिखाई दे रहे हैं।
B-52 स्ट्रैटोफोर्ट्रेस की फ्लाइंग रेंज 14,500 किमी है और यह 30 टन से ज्यादा बम ले जा सकता है। इस घातक बमवर्षक में बड़ी संख्या में परमाणु-सक्षम क्रूज मिसाइलें और हवा से सतह में मार करने वाले रॉकेटों को भी लगाया जा सकता है। दक्षिण कोरियाई वायु सेना ऑपरेशन कमांड के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल पार्क हा सिक ने कहा, 'यह अभ्यास दक्षिण कोरिया-अमेरिका गठबंधन के मजबूत संकल्प और उत्तर कोरिया की ओर से किसी भी उकसावे का तेजी से और जबरदस्त तरीके से जवाब देने की तत्परता को दिखाता है।'
उत्तर कोरिया ने दी थी चेतावनी
उत्तर कोरिया की ओर से हाल ही में अमेरिका और दक्षिण कोरिया को चेतावनी दी गई थी। दक्षिण कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग ने चेतावनी दी है कि उनका देश अमेरिका और दक्षिण कोरिया के खिलाफ भारी कार्रवाई करने के लिए तैयार है। दक्षिण कोरिया ने गुरुवार को ठोस-ईंधन वाले अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया है। किम जोंग उन ने गुरुवार के परीक्षण का मार्गदर्शन किया और चेतावनी दी कि यह दुश्मनों के लिए एक बड़ा संकट है और जब तक वह अपनी आक्रामतक कार्रवाई त्याग नहीं देते तब तक ऐसे टेस्ट होते रहेंगे।
नई तरह का मिसाइल किया लॉन्च
उत्तर कोरिया के ज्यादातर बैलेस्टिक मिसाइल तरल फ्यूल से चलते हैं। यह एक कठिन और खतरनाक प्रक्रिया होती है। लेकिन गुरुवार को टेस्ट की गई ह्वासोंग-18 एक नई ठोस ईंधन से चलने वाली अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसके बारे में उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया ने कहा कि यह जवाबी हमले की क्षमता को बढ़ाने के उद्देश्य से किया गया है। किम जोंग के अलावा उनकी बेटी ने भी मिसाइल लॉन्च को देखा।