DSP बनते ही अर्थशास्त्र के शिक्षक ने मचा दिया तहलका, रिश्तेदारों की भर दी खाली झोलियां
67वीं बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) पेपर लीक प्रकरण में चल रही जांच प्रक्रिया में डीएसपी रंजीत रजक को आर्थिक अपराध इकाई ने गिरफ्तार कर लिया था। अब उनके ऊपर बिहार सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। आर्थिक अपराध इकाई ने उनके खिलाफ मिले अहम सबूतों के आधार पर रजक को 13 जुलाई को गिरफ्तार किया था। इस कार्रवाई के बाद अब सरकार ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इस बाबत गृह विभाग ने आरोपी डीएसपी के निलंबन की अधिसूचना जारी कर दी है।
इससे पहले गिरफ्तार DSP रंजीत रजक के संबंध में कई राजफाश हुए हैं। बिहार की जिस गांव की मिट्टी में डीएसपी रंजीत रजक पले बढ़े थे, वहां के लोग ऐसा कहते हैं कि डीएसपी होने के चलते उनकी पहचान बड़े-बड़े लोगों तक थी। लेकिन वो ऐसा काम भी कर सकते हैं, इसका अंदाजा किसी को नहीं था। बता दें कि रंजीत रजक कटिहार के मनिहारी थाना क्षेत्र के केवाला पंचायत के हसवर गांव के रहने वाले हैं। बता दें कि पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपी शक्ति कुमार की गया से हुई गिरफ्तारी के बाद डीएसपी रंजीत रजक की संदिग्ध भूमिका सामने आई थी।
अररिया में हुई शादी, आए थे पूर्व मुख्यमंत्री
कार्रवाई के पहले बिहार स्पेशल आर्म्स पुलिस 14 में तैनात रहे रजक की शादी अररिया जिले में हुई थी। उनकी शादी के रिसेप्शन में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी बतौर चीफ गेस्ट उपस्थित हुए थे। मांझी से रंजीत के संबंध इनते मजबूत थे कि इतना बड़ा नेता उनके घर रातभर रुका भी था।