September 30, 2024

अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद अलर्ट हुआ गृह मंत्रालय, पत्रकारों के लिए तैयार की जाएगी एसओपी

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नई दिल्ली
केंद्रीय गृह मंत्रालय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में पत्रकारों की सुरक्षा के लिए एसओपी तैयार करेगा, क्योंकि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में फर्जी पत्रकार बने तीन लोगों ने माफिया से राजनेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी।

काल्विन अस्पताल के पास की गई हत्या
उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिए गए अतीक अहमद और अशरफ अहमद की शनिवार देर रात काल्विन अस्पताल के पास हत्या कर दी गई। दोनों को मेडिकल टेस्ट के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था। अज्ञात वाहनों से आए हमलावरों ने वारदात को अंजाम देने के बाद आत्मसमर्पण कर दिया।

सील की गई प्रयागराज जिले की सीमा
प्रयागराज जिले की सीमा को सील कर दिया गया है। वहीं मौके पर पुलिस के साथ आरएएफ को भी बुला लिया गया है। इस घटना के कुछ देर पहले ही उमेश पाल हत्याकांड के विवेचक और प्रभारी निरीक्षक धूमनगंज राजेश कुमार मौर्या अतीक और उसके भाई अशरफ को कसारी मसारी मुहल्ले मे ले गए थे, जहां अतीक ने नाटे तिराहे के पास झाड़ियों के बीच बने खंडहरनुमा मकान में छिपाकर रखे गए असलहा और कारतूस बरामद कराया। बरामद कारतूसों में से पांच कारतूस पर पाकिस्तान आर्डिनेंस फैक्ट्री (पीओएफ) लिखा हुआ था।

अतीक की कनपटी पर सटाकर मारी गोली
अतीक ने यह भी बताया था कि उसके कहने पर ही गुर्गों ने असलहा और कारतूस को छिपाया था। उसने करीब 10 लाख रुपये में कोल्ड पिस्टल खरीदी थी। पुलिस ने घटना स्थल से कोल्ड पिस्टल का खोखा भी बरामद किया है। अब इस खोखे का बरामद पिस्टल से मिलान करवाया जाएगा। यहां से रात साढ़े 10 बजे अतीक और अशरफ को मेडिकल टेस्ट के लिए काल्विन अस्पताल ले जाया जा रहा था, उसी दौरान तीन युवकों ने अतीक की कनपटी पर सटाकर गोली मार दी। अशरफ पर भी कई राउंड फायरिंग की गई।

हमलावरों की फायरिंग में एक सिपाही घायल
पुलिस ने तीनों हमलावरों को पकड़ लिया है। करीब 10 राउंड हुई फायरिंग में एक सिपाही भी घायल हो गया है। शहर के संवेदनशील इलाकों में पुलिस और आरएएफ के जवान तैनात किए गए हैं।

एनआइए ने अतीक से की पूछताछ
इससे पहले दिन में अतीक अहमद का पाकिस्तान और आतंकी संगठन से कनेक्शन सामने आने पर एटीएस के बाद एनआइए की टीम ने उससे लंबी पूछताछ की थी। धूमनगंज थाने में आतंकी संगठन और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ से जुड़े सवाल उससे किए गए। उसने एनआइए को कुछ जानकारी दी थी। हालांकि, अतीक ने जांच एजेंसी को क्या बताया है, यह स्पष्ट नहीं हो सका है।

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