विश्व धरोहर दिवस पर विरासत दर्शन, चित्र प्रदर्शनी और व्याख्यान आयोजन
संचालनालय पुरातत्त्व, अभिलेखागार एवं संग्रहालय रायपुर, संस्कृति विभाग द्वारा विश्व धरोहर दिवस 2023 के अवसर पर विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा रायपुर के विद्यालयों में अध्ययनरत कक्षा 10वीं से 12वीं के विद्यार्थियों के लिए रचनात्मक लेखन प्रतियोगिता (मेरी धरोहर यात्राः एक संस्मरण) सहित 18 अप्रैल 2023 मंगलवार को सुबह 08 बजे से रायपुर विरासत दर्शन का कार्यक्रम रखा गया है जिसमें भाग लेने वाले प्रतिभागियों को पुरानी बस्ती रायपुर के ऐतिहासिक स्मारकों नागरीदास मंदिर, बजरंगबली बावली, जेतूसाव मठ, जगन्नाथ मंदिर और टूरि हटरी का परिभ्रमण कराया जायेगा। इस कार्यक्रम में रायपुर की संस्थाएं माई हेरिटेज ट्रेल्स, प्रोजेक्ट गेटआऊट और अगोरा इको टूरिज्म भी सहभागिता कर रहे हैं।
सुबह 11 बजे से शाम 05:30 बजे तक महंत घासीदास स्मारक संग्रहालय रायपुर परिसर स्थित कला विथिका (आर्ट गैलरी) में छत्तीसगढ़ के मूर्त सांस्कृतिक धरोहरों के बरसों पुराने और अभी के चित्रों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी, जिससे उनमें समय सापेक्ष हो रहे बदलाव को देखा और समझा जा सके। इसमें जे. डी. बेगलर (1873-74), ए. एच. लॉन्गहर्स्ट ( 1909-10), एम. जी. दीक्षित (1955), डोनाल्ड एम. स्टेडनर ( 1979-80), माईकल डब्ल्यू. मैस्टर, एम. ए. ढाकी और कृष्णदेव (1983) द्वारा प्राचीन धरोहरों के प्रकाशित चित्रों जिसमें उरी सदी ईसा पूर्व से लेकर 15वीं सदी ईसवी तक के प्रमुख स्मारकों सहित महंत घासीदास स्मारक संग्रहालय रायपुर के वर्तमान भवन के 1953 में स्थापना के समय और अभी के चित्र सम्मिलित हैं। प्रदर्शनी में लगभग 40 से 150 बरस पुराने चित्र संग्रहीत हैं।
महंत घासीदास स्मारक संग्रहालय रायपुर के सभागार में सुबह 11:30 बजे से व्याख्यान कार्यक्रम आयोजित है जिसमें यूनेस्को के थीम हेरिटेज चेंजेस के परिप्रेक्ष्य में विषय विशेषज्ञों श्री जी. एल. रायकवार (वरिष्ठ पुराविद्, रायपुर) और प्रो. मिताश्री मित्रा (स्वामी विवेकानंद चेयर प्रोफेसर, मानवविज्ञानी, पूर्व प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष, मानवविज्ञान अध्ययनशाला, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर के वक्तव्य होंगे।