चोरी ऊपर से सीना जोरी की कहावत को चरितार्थ करता भू माफियाओं का कब्जा
शहडोल
ज्ञात हो कि लगातार हम आपको भूमाफिया द्वारा किए जा रहे भूमि दोहन के संबंध में अवगत कराते आ रहे हैं कि किस प्रकारलगातार कूट रचित तरीके से दूसरे की अराजित पट्टे की भूमि को पाल्टिंग करा कर बेच रहा है। जिसको लेकर तथाकथित व्यक्ति के द्वारा कहा जाता है कि मेरा भूमि से कोई लेना देना नहीं है।
लेकिन जब हमने मौका परीक्षण किया तो पाया की खसरा नंबर 300 में विराट अमर सेना का बोर्ड आज भी भूमि पर लगा हुआ है जिसमें साफ तौर पर लिखा हुआ है की आराजी भूमि में प्लाट लेने के लिए, एवं उसके पार्टनर आखिर कौन है यह भूमाफिया से संपर्क किया जाए जिसका फोटो आप देख सकते हैं और अंदाजा लगाया जा सकता है कि। लगातार हो रही भूमि पर प्लाटिंग से सीधा सीधा संबंध है नहीं तो यह बोर्ड वहां पर क्या कर रहा है।
यह है पूरा मामला
आवेदक सुरेन्द्र तिवारी आत्मज विन्दुराम तिवारी निवासी वार्ड नं.-4, रामजानकी मंदिर के सामने, तहसील सोहागपुर, जिला शहडोल,का निवासी हैं आवेदक की पैतृक सम्पत्ति स्थित वार्ड नं. 17, खसरा नं. 298/2/1 299/2, प.ह.नं. 77. बाणगंगा मेला मैदान के पीछे, सोहागपुर, म.प्र. में स्थित है। उक्त अनावेदकों के द्वारा उक्त भूमि का खसरा नं. भूमि का पंजीयन कराकर खसरा नं. 300. में पजेशन दी जा रही है। उपरोक्त भूमि खसरा नं. 298/2/1 299/2, प.ह.नं. 77. जो कि विगत 5-6 वर्षो से विवाद में है। जिसका प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है। उक्त संबंध में आवेदक द्वारा उक्त भूमि विकय के संबंध में आवेदक सुरेंद्र तिवारी द्वारा कलेक्टर, कमिश्नर,आई.जी, एवं अन्य शासकीय कार्यालयों में आवेदन दिये हैं परंतु कही से कोई कार्यवाही नही की गयी है। इसलिए भूमाफिया अमरदीप और वह नशे का आदि ‘है इसके कारण आये दिन लडाई झगडे होते रहते है, उक्त विभागों में दिये गये आवेदनों पर कार्यवाही नही होने के कारण भूमाफियाओं के जज्बे और मजबूत हो गये है।
सुरेंद्र तिवारी ने बताया कि 14/23 कार्यालय यह कि पूर्व में भी मप्र शासन मोहिडौल बड़ी भीट तलाब की शासकीय भूमि पर बनाकर, भूमि पर कब्जा कर चुका राजस्व परिवहन है विक्रय कर रहा है। आपको बता दें कि शासकीय भूमि पर बना हुआ है यह एक उदाहरण मात्र है इससे हम यह दर्शना चाहते हैं कि इस प्रकार से न जाने कितनी जमीनों पर तथाकथित व्यक्ति के द्वारा कब्जा किया जा रहा है। हमारा तात्पर्य किसी भी समाज यह समुदाय यह संप्रदाय के सम्मान को ठेस पहुंचाना नहीं है। ऐसे उदाहरण मात्र है। एवं इसकी पुष्टि भी हम नहीं करते हैं।
इस संबंध में पूर्व में हरेकृष्णा द्विवेदी पिता राकेश द्विवेदी जोकि आश्रम नंबर 300 की भूमि की देखरेख करते हैं । उनके द्वारा यह सूचना दी गई जिसके बाद अमरदीप मिश्रा द्वारा पुलिस को अपने प्रभाव में लेकर झूठे प्रकरण में 18 दिन के लिए जेल भेज दिया गया था। जिसके डर से उक्त व्यक्ति पर कोई कार्यवाही नहीं करता।
आवेदक का कहना है कि भविष्य में मुझपर या मेरे परिवार पर उक्त लोगो के द्वारा कोई अप्रिय घटना घटित कराई जा सकती है अगर मुझे या मेरे परिवार के किसी भी सदस्य के साथ कोई अन्होनी अप्रिय घटना होती है तो उसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन एवं अमरदीप मिश्रा की होगी ।
आवेदक सुरेंद्र तिवारी का कहना है कि उक्त विषय को संज्ञान में लेकर उक्त वर्णित भूमाफियाओं के विरूद्ध उचित कार्यवाही के आदेश जारी करने की कृपा करें एवं इनके द्वारा विक्रय की गयी शासकीय भूमि एवं कब्जाई भूमि के संबंध में उचित जांच के आदेश जारी करें। तो भू माफियाओं की असलियत सामने आ जाएगी।