HCLTech जैसी दिग्गज IT कंपनियों की हायरिंग में 78% तक की गिरावट
मुंबई
आईटी सेवाओं की मांग में गिरावट से टीसीएस (TCS), इन्फोसिस (Infosys) और एचसीएल टेक (HCL Tech) जैसी कंपनियों में नियुक्तियों में गिरावट आई है। इतना ही नहीं, फ्रेशर्स की ऑनबोर्डिंग में भी देरी हुई है और अधिकांश भारतीय आईटी कंपनियों में बेंच के आकार में वृद्धि हुई है।
अप्रैल प्रमुख भारतीय आईटी दिग्गज Tata Consultancy Services (TCS), Infosys, HCLTech में से अधिकांश कंपनियों के रिजल्ट अपेक्षानुरूप नहीं रहे। यह कठिन आर्थिक संकट के बीच आईटी उद्योग के सामने आने वाली कठिनाइयों को उजागर करती है। वित्तीय वर्ष 2021-22 की तुलना में वित्त वर्ष 2022-23 में अधिकांश आईटी कंपनियों में भर्तियों में गिरावट है ।
टीसीएस ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में 22,600 लोगों को नौकरी दी। जबकि, टाटा की इस कंपनी ने वित्तीय वर्ष 22 में 1,03,000 से अधिक लोगों को जोड़ा था। टीसीएस में पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में वित्त वर्ष 23 में भर्ती में 78 फीसद की भारी गिरावट देखी गई।
इसी तरह इन्फोसिस ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में 29,219 लोगों को जोड़ा, जबकि 2021-22 में इसने 54,396 लोगों को जोड़ा था। पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में हायरिंग में 46 फीसद से ज्यादा की गिरावट आई है। HCLTech में हायरिंग 57 फीसद से ज्यादा घट गई। आईटी कंपनी ने वित्त वर्ष 23 के दौरान कुल 17,067 कर्मचारियों को काम पर रखा था, जो कि पिछले वित्त वर्ष, 22 में भर्ती किए गए 39,900 लोगों की तुलना में काफी कम है।
प्रबंधन और उद्योग के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि वित्त वर्ष 24 में भर्ती भी कम रहने की आशंका है। एचसीएलटेक के चीफ पीपल ऑफिसर राम सुंदरराजन ने चौथी तिमाही के अर्निंग कॉल में कहा कि अगली कुछ तिमाहियों में हायरिंग मॉडरेट रहेगी।
इन्फोसिस के मुख्य वित्तीय अधिकारी नीलांजन रॉय ने कहा, 'फ्रेशर्स की उपलब्धता के लिहाज से हमारे पास अगली कुछ तिमाहियों के लिए गुंजाइश है। हमारे पास 24 के लिए कोई विशिष्ट संख्या नहीं है। टैलेंट सॉल्यूशंस कंपनी एनएलबी सर्विसेज की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 24 में हायरिंग में 20-25 फीसद की गिरावट आएगी।