धोखेबाज है गुड्डू मुस्लिम? अपने ही साथियों की हत्या के लिए है बदनाम
प्रयागराज
अतीक अहमद के सहयोगी और बमबाज गुड्डू मुस्लिम की तलाश जारी है। पुलिस को अब तक उसकी लोकेशन नहीं मिल सकी है। इधर, अतीक और उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की हत्या के बाद भी गुड्डू का नाम चर्चा में आया। यहां तक कि अशरफ के आखिरी शब्दों में भी गुड्डू का नाम शामिल था। इसी बीच खुलासा हुआ है कि गुड्डू अपने ही साथियों की हत्या के लिए बदनाम है। कुछ पुराने गैंगस्टर उसके धोखेबाज स्वभाव की भी बात करते हैं।
गुड्डू मुस्लिम के साथ पहले भी काम कर चुके पूर्व गैंगस्टर उसकी धोखेबाजी के किस्से सुना रहे हैं। अभय सिंह के साथी रणधीर सिंह लाला बताते हैं कि गुड्डू का अपने ही साथियों की हत्या करने का इतिहास रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, 90 के दशक में गुड्डू को सरायरासी गांव में कई बार आते-जाते देखा गया। इसकी वजह गैंगस्टर संतोष सिंह से उसकी दोस्ती बताई जाती है।
रिपोर्ट में लाला के हवाले से बताया गया, '1996-97 में गुड्डू मुस्लिम को अयोध्या से सटे सरायरासी गांव में कई बार देखा गया। इसकी वजह उसकी संतोष सिंह से दोस्ती थी। संतोष सरायरासी गांव का ही रहने वाला था। उसके पास मारुति कार और रायफल थी और संतोष और गुड्डू उस कार में घूमा करते थे।' लाला ने बताया कि गुड्डू आंबेडकर नगर में माफिया के संपर्क में था और वहां माफिया से जुड़े कुछ लोगों से उसकी दुश्मनी भी थी।
बताया जाता है कि एक दिन गु्ड्डू एक और हिस्ट्रीशीटर सत्येंद्र सिंह के साथ आंबेडकर नगर से निकला और सरायरासी गांव पहुंच गया, जहां उसकी मुलाकात संतोष सिंह से हुई। खास बात है कि श्रीप्रकाश शुक्ला ने तब सत्येंद्र पर हमला कर दिया और उसे खत्म कर दिया। उस दौरान गुड्डू मौके से भाग गया। आरोप लगाए जाते हैं कि गुड्डू ने मुखबिरी की थी। बाद में उसने संतोष सिंह को भी जहर देकर मार दिया। अभय सिंह के करीबी दावा करते हैं कि संतोष की हत्या के बाद उन्होंने गुड्डू से दूरी बना ली।
एक इंटरव्यू के दौरान लाला ने साफ कर दिया कि वह केवल वो बातें ही बता रहा है, जो उसने संतोष की मौत के बारे में सुनी हैं। लाला ने बताया कि उसने इन घटनाओं को होते हुए नहीं देखा है। एक रिपोर्ट में अभय सिंह के हवाले से बताया गया कि गुड्डू और उसके दोस्त धनंजय सिंह ने कोल्ड ड्रिंक में मिलाकर संतोष सिंह को मार दिया था।
हालांकि, लाला की तरफ से लगाए गए आरोपों से धनंजय इनकार करते हैं। धनंजय बताते हैं कि अभय सिंह, गुड्डू मुस्लिम और एक अन्य सहयोगी मदन ने 1990 के समय पेट्रोल पंप लूटने के आरोप में जेल काटी थी।
एक इंटरव्यू के दौरान प्रयागराज एसपी दीपक भूकर का कहना है, 'गुड्डू मुस्लिम पहले भी लोगों को धोखा देने के लिए जाना जाता है।' अतीक और अशरफ को लेकर लग रही अटकलों पर उनका कहना है कि अतीक के बारे में जानकारी लीक करने और उसे धोखा देने के लिए गुड्डू के पास साधन नहीं हैं।