राजस्थान: दुष्कर्म के आरोपित को छोड़ने के बदले रिश्वत लेते पुलिस हेड कांस्टेबल गिरफ्तार, थाना अधिकारी निलंबित
जयपुर
राजस्थान में अलवर जिले के बानसूर में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने पुलिस थाने में एक लाख 40 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए पुलिस हेड कांस्टेबल को रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है। रिश्वत की रकम दुष्कर्म के आरोपित की पत्नी से ली जा रही थी। जिला पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने बताया कि थाना अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है। गौतम ने बताया कि जांच में सामने आया कि हेड कांस्टेबल ने रिश्वत थाना अधिकारी की सहमति से ली थी।
जानें, क्या है मामला
मामला बानसुर पुलिस थाने का है। अलवर एसीबी (Alwar ACB) के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय कुमार मीणा ने बताया कि सोमवार को उन्हें बानसुर पुलिस थाने के थाना अधिकारी राजेंद्र सिंह कविया और हेड कांस्टेबल सुरेश चौधरी के खिलाफ रिश्वत मांगने की शिकायत मिली थी। शिकायत करने वाली महिला मुकेश देवी ने कहा कि कविया और चौधरी ने उसके पति सतीश कुमार को अवैध रूप से पिछले 17 दिन से पुलिस थाने में बिठा रखा है। कविया और चौधरी पति को गिरफ्तार नहीं करने और मामले को रफा-दफा करने के बदले उससे एक लाख 50 हजार रुपये की नकद रकम मांग रहे हैं। मुकेश देवी अलवर जिले के हरसोली की रहने वाली है। एसीबी ने शिकायत का सत्यावन करवाया तो मामला सही निकला।
जेवर बेचकर दिए रुपये
इस पर पुलिस उप अधीक्षक महेंद्र मीणा क नेतृत्व में टीम गठित की गई। टीम ने मंगलवार रात करीब साढ़े आठ बजे मुकेश देवी से रिश्वत (Bribe) लेते हुए चौधरी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। मुकेश देवी ने चौधरी को एक लाख 40 हजार की नकद रकम दी थी। मीणा ने बताया कि बानसुर पुलिस थाने में 16 जुलाई को एक महिला ने सतीश के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया था। पुलिस ने सतीश कुमार को पकड़कर थाने में बंद कर दिया। उसकी 17 दिन तक गिरफ्तारी नहीं दिखाई। मामला रफा-दफा करने के बदले में पैसों की मांग की गई। सतीश की पत्नी मुकेश देवी ने अपने जेवरात बेचकर एक लाख 40 हजार एकत्रित किए थे। यह रकम देते हुए चौधरी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। उसके बाद कविया को निलंबित कर दिया गया।